नई दिल्ली, 2 दिसम्बर (वीएनआई)। इस सप्ताह की शुरुआत में जम्मू के नगरोटा में सेना के शिविर पर हुए आंतकवादी हमले के मद्देनजर, केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि पाकिस्तान दोनों देशों के बीच तनाव के कारणों पर आत्ममचिंतन करे। नगरोटा में हुए हमले में दो अधिकारी तथा पांच सैनिक शहीद हो गए।
राष्ट्रीय राजधानी में हिंदुस्तान टाइम्स सम्मिट में एक सवाल के जवाब में जेटली ने कहा, भारत ने पाकिस्तान के साथ हमेशा संबंध सुधारने का पक्ष लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिशा में कई अपरंपरागत पहलें की हैं। उन्होंने केवल इस साल सीमा पार से सेना के शिविरों पर आतंकवादी हमलों का संदर्भ देते हुए कहा, "लेकिन बदले में पाकिस्तान ने पठानकोट, उड़ी, नगरोटा का जख्म दिया। उन्होंने कहा, अगर हमारे बीच तनाव हैं, तो इसके लिए केवल पाकिस्तान को आत्मविश्लेषण करना है कि तनाव आखिर क्यों है।
जेटली की यह टिप्पणी अमृतसर में आयोजित होने वाले दो दिवसीय हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन के मद्देनजर आई है, जिसमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बदले वह भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, क्योंकि सुषमा स्वराज बीमार हैं। इस सम्मेलन में चीन, रूस, अमेरिका, ईरान तथा पाकिस्तान सहित 30 से अधिक देश हिस्सा ले रहे हैं।अफगानिस्तान हार्ट ऑफ एशिया का स्थायी अध्यक्ष है, जबकि इस साल के लिए मेजबान के रूप में भारत इसका सह-अध्यक्ष है।