इम्फाल, 17 फरवरी (अनुपमा जैन/वीएनआई)| मणिपुर में 16 साल तक आमरण अनशन कर चुकी मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला मार्च में राज्य के विधानसभा चुनाव संपन्न हो जाने के बाद शादी रचाने की योजना बना रही हैं। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह बात कही.शर्मिला का गोवा के एक अनिवासी भारतीय डेसमंड कौतन्हो से लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा है. एक्टीविस्ट एवं लेखक ड़ेसमंड ब्रिटेन मे रहते है.डेसमंड ने सबसे पहली बार इरोम के संघर्ष के बारे मे दीप्ती प्रिया मल्होत्रा की पुस्तक बर्निंग ब्राईट मे पढा और उनके बारे मे जाना.उन्हे जानने की उत्सुकता मे वर्ष २००९ मे उन्होने उन्हे एक पत्र लिखा और इस के बाद दोनोके बीच पत्राचार चला लेकिन दोनो के बीच पहली मुलाकात से पहले डेसमंड इरोम से इतना प्रभावित हुए कि उनके सम्मुख विवाह प्रस्ताव भी रख दिया.वैसे इरोम के कमरे मे जहा तहा सहेज कर रखी किताबे राधा कृष्ण की छोटी सी मूर्ति ,सांता क्लाज की टोपी जाने कितनी ही चीजे डेसमंड की भेंट की हुई दिखती है. पहली बार डेसमंड इरोम से २०११ मे मणिपुर मे मिले फिर अगले मुलाकात २०१४ मे हुई तब डेसमंड को मणिपुर की एक अदालत ने शांति भंग करने के अपराध मे गिरफ्तार कर लिया था.
४४ वर्षीय शर्मिला ने राज्य से सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम 1958 को निरस्त करने की मांग को लेकर चार नवंबर, 2000 से आमरण अनशन शुरू किया था। एक बार डेसमंड को अदालत में शर्मिला का हाथ पकड़े देखकर अदालत परिसर में गुस्साई महिला कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई कर दी थी। एक महिला कार्यकर्ता ने कहा था, मणिपुर में यह स्वीकार्य नहीं है।