नई दिल्ली,23 अक्टूबर (अर्चनाउमेश/वीएनआई)जीरा सिर्फ खूशबू और स्वाद देने वाला मसाला ही नही बल्कि यह सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है और मोटापा भी कम करता है. कई रोगों के इलाज के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
जीरे में मैंगनीज लौह तत्व, मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक और फॉस्फोरस भरपूर मात्रा में पाया जाता है। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि इससे इस्तेमाल से वजन भी तेजी से कम होता है।
एक गिलास पानी में एक बड़ा चम्मच जीरा रात भर भिगोकर रख दें। सुबह इसे उबालें और चाय की तरह इस पानी को पीएं। बचा हुआ जीरा खा लें। इसके रोजाना सेवन से शरीर में फालतू चर्बी निकल जाती है लेकिन इस बात को ध्यान में रखें कि इस पानी को पीने के बाद 1 घंटें तक कुछ न खाएं।
भुनी हुई हींग, काला नमक और जीरा समान मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें। इसे 1-3 ग्राम की मात्रा में दिन में 2 बार दही के साथ लेने से भी मोटापा कम होता है। इससे शरीर में फालतू चर्बी तो निकलती ही है, साथ ही कोलेस्ट्रॉल भी घटता है और खून का परिसंचरण तेजी से होता है।
जीरा हमारे इम्यून सिस्टम को भी बढ़ता है और मेटाबॉलिज्म का स्तर भी तेज होता है। हमारे पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के साथ-साथ फैट बर्न की गति को भी बढ़ाता है। पेट से सबंधित सभी तरह की समस्याओं में जीरे का सेवन लाभकारी है।
जीरा आयरन का अच्छा स्रोत है। इसका नियमित रूप से सेवन करने से हीमोग्लोबिन बढ़ता है। आयरन की कमी होने पर एक चम्मच जीरा प्रतिदिन सुबह खाली पेट पीएं। गर्भावस्था में आयरन की जरूरत ज्यादा होती है इसलिए गर्भवती के लिए जीरा अमृत का काम करता है।
आहार में जीरे का इस्तेमाल डायबिटीज रोगियों को काफी फायदेमंद होता है। ब्लड में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए आधा छोटा चम्मच पिसा जीरा दिन में दो बार पानी के साथ पीएं।
जीरे में एंटीसेप्टिक तत्व पाये जाते है जो सर्दी और जुकाम से राहत दिलाते है। जब भी आपको सर्दी-जुखाम हो, तो एक गिलास पानी में थोड़ा सा जीरा डालकर उबाल लें। जब पानी थोड़ा सा ठंडा हो जाएं तो इसे पीएं। इस उपाय को करने से सीने में जमा हुए कफ निकल जाता है।
अगर आप कब्ज से परेशान है तो आपकी इस समस्या का हल जीरा निकाल सकता है। इसके लिए आपको जीरा, काली मिर्च, सोंठ और कड़ी पत्ते के पाउडर को बराबर मात्रा मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें। अब इसमें स्वादानुसार नमक डालकर घी में पकाएं और चावल के साथ खाएं। इससे आपका पेट साफ रहेगा और कब्ज से भी राहत मिलेगी।
जीरे में एंटी-फंगल और एंटी माइक्रोबियल तत्व होते है जो घावों को भरने में मदद करते हैं। बावसीर की समस्या होने पर सुबह खाली पेट कच्चा जीरा चबा-चबा कर नियमित रूप से खाने से लाभ मिलता है।
कैल्शियम और आयरन से भरपूर जीरा दूध पिलाने वाली माताओं के लिए बहुत लाभकारी होता है। इसके लिए जीरे को भून कर पाउडर बना लें और एक बड़ा चम्मच जीरा सुबह शाम गरम पानी या गरम दूध से लेने से फायदा होता है।
जिन लोगों को पेट संबंधी समस्याएं जैसे अपच, पेट फूलना, गैस की समस्या या एसिडिटी आदि रहती है। उन लोगों के लिए जीरे का सेवन लाभकारी रहता है। एक बड़ा चम्मच कच्चा जीरा चबा कर खाने से पाचन संबंधी सभी समस्याओं से राहत मिलती है।
अस्थमा या अन्य सांस संबंधी समस्या होने पर जीरे का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए। साइनस की समस्या होने पर अगर जीरा उबालकर उसका भाप नियमित रूप से लिया जाता है तो बहुत फायदा होता है।
जीरा स्वास्थ्य के साथ सुंदरता में भी इजाफा करता है। इसके लिए पानी में जीरा डालकर उबालें, ठंडा करें। इस पानी से मुंह धोने से चेहरा साफ और चमकदार होता है। जीरे वाले पानी से स्नान करने पर शरीर की बदबू और खुजली से भी छुटकारा मिलता है। वी एन आई