चेन्नई,५ दिसंबर(अनुपमा जैन/वीएनआई)जयललिता जिस अपोलो अस्पताल मे भर्ती है, वहा कल रात से ही निरंतर समर्थको की भारी भीड जमा है, अपोलो अस्पताल के बाहर भावुक भीड नजर आ रही है ,प्रार्थना करते लोग और ऑसू बहाती महिलाये से माहौल भावुक है... अपोलो अस्पताल ने आज दोपहर कहा कि जयललिता की हालत बेहद गंभीर है लेकिन समर्थक डॉक्टरो से ज्यादा भगवान पर भरोसा कर रहे है,उनका कहना है कि भगवान उनकी प्रर्थना सुनेगा और अम्मा जल्द ही ठीक हो करउनके बीच लौटेगी
कुछ दिनों से हालत सुधरने के बाद तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जयललिता को कल रात अचानक दिल का दौरा पड़ने की खबर मिलने के बाद अपोलो अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता जमा हो गए. अस्पताल के्बाहर बेहद भावुक दृशय देखने को मिल रहे है. प्रर्थना के साथ लोग विशेष तौर पर महिलाये रो रही है. अस्पताल केइर्द-गिर्द भारी पुलिस बंदोबस्त किया गया है. भीड़ को रोकने के लिए अपोलो अस्पताल की ओर जाने वाली सड़कों को बंद कर दिया गया है.राज्य भर में पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है और सभी पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर आने को कहा गया है. अधिकारियों ने कहा कि स्कूलों में कोई छुट्टी घोषित नहीं की गई है और परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चलेंगी.
जयललिता की हालत के बारे में खबर पाकर बड़ी संख्या में महिलाओं सहित अन्नाद्रमुक कार्यकर्ता अस्पताल के आसपास जुटने लगे. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस लोगों को नियंत्रित करने में जुटी रही. अस्पताल की तरफ जाने वाली मुख्य सड़क को बंद कर दिया गया. अस्पताल के आसपास बैरिकेड लगाए गए हैं और निकट की सड़कों पर पुलिस की मौजूदगी है. गृह्मं मंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु के गर्वनर से राज्य की कानून स्थति के बारे मे भी बात की. गर्वनर ने उन्हें बताया कि सूबे में कानून-व्यवस्था की स्थति ठीक है.इस बीच, श्री सिंह ने भी संवाददाताओ के सवालो के जबाव मे कहा कि राज्य मे कानून व्यवस्था की स्थति ठीक है केन्द्र के सुरक्ष बल पहले से ही सतर्क है.गृह मंत्रालय के अधिकारी तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं और हालात का आकलन कर रहे हैं.
इसी बीच कुड्डालोर जिले (गांधी नगर) के रहने वाले एआइडीएमके सदस्य ने बीती रात जैसे ही जयललिता के संबंध में खबर देखा, उनकी मौत हो गई.स्पताल के बाहर भी उनके समर्थको का बड़ी तादाद मे जमावड़ा लगा है. लोग उनकी हालत को लेकर चिंतित है.अस्पताल के इर्द-गिर्द भारी पुलिस बंदोबस्त किया गया है. अस्पताल के आसपास बैरिकेड लगाए गए हैं और निकट की सड़कों पर पुलिस की मौजूदगी है.
सूत्रो के मुताबिक रैपिड एक्शन फोर्स की नौ यूनिट को जरूरत पड़ने पर भेजने के लिए तैयार रखा गया है. हर यूनिट में करीब 100 सुरक्षाबल होते हैं.
जयललिता को 22 सितंबर को अस्पताल में भर्ती किया गया था. कई डॉक्टरों ने उनका इलाज किया जिसमें ब्रिटेन से आए विशेषज्ञ भी शामिल हैं. हफ्तों तक आईसीयू में भर्ती होने के बाद उन्हें कुछ दिन पहले स्पेशल रूम में लाया गया, जहां पार्टी के मुताबिक 'लोगों से मिलने के लिए ज्यादा जगह थी.' मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले एक बयान जारी कर अपनी सेहत में आए सुधार को 'पुनर्जन्म' बताया था और कहा था कि वह पूरी तरह स्वस्थ होकर जल्द से जल्द काम पर लौटना चाहती हैं.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, द्रमुक अध्यक्ष एम करुणानिधि, केंद्रीय मंत्रियों, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के स्वास्थ्य की स्थिति पर चिंता जताई और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.