नोटबंदी से गरीबों की ताकत बढ़ी,पचास दिन बाद कम हो जायेंगे लोगो के कष्ट- पीएम मोदी
अहमदाबाद,९ नवंबर (वीएनआई) प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि नोटबंदी से छोटे नोटों की ताकत ही नहीं, गरीबों की ताकत भी बढ़ी है. उन्होने कहा 'मैंने गरीब की ताकत बढ़ाने के लिए ये काम किया' साथ ही उन्होने नोटबंदी को लेकर जनता को हो रही दिक्कतो पर कहा कि उन्हे मालूम है कि नोटबंदी से लोगों को दिक्कत हुई है लेकिन 50 दिन के बाद कष्ट कम होगा.प्रधानमंत्री ने पिछले काफी समय से संसद की कार्यवाही नही चलने पर विपक्ष को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा 'मुझे लोकसभा में बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा है इसलिए मैं जनसभा में बोल रहा हूं, उन्होने कहा विपक्ष संसद मे चर्चा से पीछे भाग रहा है क्योंकि उसे पता है कि उनका उनका झूठ टिक नही पायेगा .
प्रधानमंत्री आज गुजरातके बनासकांठा मे किसान रेली को संबोधित कर् रहे थे.नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा- आप बताएं कि 8 नवंबर से पहले 100 के नोट की कोई कीमत थी क्या ?100, 50 और 20 के नोट को कोई पूछता भी नहीं था. या यूं कहें 'छोटों' को कोई पूछता नहीं था. सब 1000 और 500 की बात करते थे. 8 नवंबर के बाद गरीबों की पूछ बढ़ी. मैंने गरीब की ताकत बढ़ाने के लिए ये काम किया. देश बड़े नोटों के नीचे दबने लगा था. नोटबंदी से छोटे नोटों की ताकत ही नहीं, गरीबों की ताकत भी बढ़ी है.'
नोटबंदी को ले कर संसद में चल रहे हंगामे को लेकर पीएम मोदी ने विपक्ष पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा -संसद चल नहीं रही है. देश की संसद में जो कुछ हो रहा है उससे राष्ट्रपति भी दुखी हैं. सांसदों को उन्हें सार्वजनिक रूप से टोकना भी पड़ा है. सरकार कह रही है चर्चा के लिए तैयार है. पीएम बोलने के लिए तैयार हैं, लेकिन विपक्ष चर्चा से भाग रहा हैक्योंंकि उन्हे पता है कि उनकाझूठ टिक नही पायेगा. मुझे लोकसभा में बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा है इसलिए मैं जनसभा में बोल रहा हूं.
प्रधान मंत्री ने कहा कि नोटबंदी पर लोगों के समर्थन के लिए वे उनका शुक्रिया अदा करते है. उन्हे मालूम है कि नोटबंदी से लोगों को दिक्कत हुई है लेकिन 50 दिन के बाद कष्ट कम होगा. उन्होने कहा कि इस कदम से जाली नोटों का कारोबार बंद हुआ जाली नोट के कारोबारी नोट बहा रहे हैं.पी एम् ने कहा कि 70 साल तक ईमानदार लोगों को लूटा. नोटबंदी के बाद पाप करने वाले नहीं बचेंगे.उन्होने कहा कि अब बैंक और बटुआ आपके मोबाइल में है.
रेली मे प्रधान मंत्री ने कहा 'मैं पीएम के रूप में नहीं संतान के रूप में आया हूं. 25 साल बाद किसी पीएम का बनासकांठा दौरा हो रहा हैदेश को बनासकांठा के बारे में पता चलना चाहिए. यहां के किसानों के काम का पता चलना चाहिए. यहां का किसान मिट्टी खोदकर सोना बना देता है. किसानों ने ही बनास की सूखी धरती को सोने में तब्दील कर दिया.