नई दिल्ली, 27 जून )। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को कहा कि देश में शिक्षा के विकास और सुधार में निजी क्षेत्र अहम भूमिका निभा सकता है।
यहां एक पुरस्कार समारोह के दौरान राष्ट्रपति ने कहा, "अभी देश में 757 विश्वविद्यालय हैं, जिनमें 38,600 पाठ्यक्रमों में शिक्षण होता है। इनमें से कुछ ही विश्वविद्यालय दुनिया के शीर्ष-200 विश्वविद्यालयों एवं शैक्षणिक संस्थानों में जगह बनाने में सफल रहे, जिनमें कुछ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और बेंगलुरू का भारतीय विज्ञान संस्थान शामिल है।"
राष्ट्रपति ने कहा, "निजी क्षेत्र ने जिस तरह से देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार किया, उसी तरह शिक्षा के क्षेत्र में भी सुधार लाने में निजी क्षेत्र की अहम भूमिका हो सकती है।"
मुखर्जी ने कहा कि देश में आर्थिक विकास के तेज होने के बावजूद भारतीय उद्योग शिक्षा के क्षेत्र में निवेश नहीं कर सकते।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने प्रख्यात वैज्ञानिक जयंत नार्लिकर, समाज सुधारक प्रकाश आम्टे और कोटक महिंद्रा बैंक के उदय कोटक सहित कई हस्तियों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया।
इस पुरस्कार समारोह का आयोजन भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम)- लखनऊ और जेके संगठन ने किया था।--आईएएनएस