पटना 14 नवंबर (वीएनआई) बिहार चुनावों में जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस महागठबंधन की जीत का असर भाजपा के बाद अब एनडीए के सहयोगी और दूसरे दलों तक भी दिख रहा है. चुनाव प्रचार के दौरान जहां सांसद और जनाधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के संरक्षक पप्पू यादव लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों के हारने के दावे कर रहे थे और उनके जीतने पर राजनीति छोड़ने की बात कर रहे थे वहीं उन्होंने अपने बयानों के लिए लालू से माफी मांगी है।
पप्पू यादव ने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिेए माफी मांगी है, उन्होंने लिखा है कि भूल को स्वीकारा जाना चाहिए। वैसे भी जाने-अनजाने में की गई गलतियां ज्ञात होने पर मुझे कचोटती हैं। स्वीकारोक्ति तक मन को शांत नहीं मिलती। चुनाव प्रचार के दौरान दावे-प्रतिदावे किए जाते हैं। यह सच है कि मैंने चुनाव में लालू प्रसाद जी के दोनों पुत्रों के हार की बातें कही थीं, नहीं हारने की स्थिति में हमने राजनीतिक संन्यास तक की बातें कह दी थी। निश्चित तौर पर मेरा यह दावा अमर्यादित था।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्यूलर) के प्रदेश अध्यक्ष शकुनी चैधरी ने भी इसी हार के मद्देनज़र अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. गौरतलब है कि शकुनी चैधरी और उनके बेटे राजेश कुमार दोनों को ही चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था. शुक्रवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस में शकुनी ने इस्तीफ़े के साथ सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की भी घोषणा की पर जीतनराम मांझी ने इस्तीफ़ा नामंज़ूर करते हुए चौधरी से अपने फ़ैसले पर फिर से विचार करने को कहा है.’’
आरजेडी विधायक दल की कल बैठक हुई जिसमें लालू यादव को नेता चुनने के लिए अधिकृत कर दिया गया.
आज जेडीयू, कांग्रेस और इसके बाद महागठबंधन के विधायकों की बैठकें भी होनी है. साथ ही वर्तमान सरकार की अंतिम कैबिनेट बैठक के बाद नीतीश कुमार पंद्रहवीं विधानसभा भंग करने की सिफ़ारिश भी करेंगे.