पटना,30 अगस्त (शोभनाजैन,वीएनआई) बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के महागठबंधन ने आज यहा विशाल स्वामिभान रैली मे चुनाव प्रचार का संयुक्त शंखनाद किया और पिछड़ो से एक्जुट होने का आह्वान् करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिर्फ झूठे वादे किये हैं और अब तक कुछ भी नहीं दिया है जिसके कारण लोगों का उनसे विश्वास उठ चुका है। श्री लालू प्रसाद ने पीएम के विकास के दावे को गलत बताया और कहा कि अब बीजेपी हमें सीबीआई का डर दिखाना चाहती है। लालू ने आगे कहा, देश को स्मार्ट सिटी नहीं, बल्कि स्मार्ट गांव चाहिए। उन्होने श्री मोदी पर जनता के साथ किये गये वायदो की वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि कालेधन की वापसी और जनता के खेमे मे यह रकम डाले जाने के वादो का आरोप लगा, मजाक मे चुटकी लेते हुए कहा कि वे हिसाब लगा रहे है कि इ्स हिसाब से उनके नौ बच्चो और उनके और उनकी पत्नि राबड़ी के खाते मे कितना धन वापस आयेगा.श्री यादव ने अपने भाषण मे प्याज की बढी कीमतो पर श्री मोदी की मिमिक्री की. इस चुनाव मे पिछड़ो से एक्जुट होने का अह्वान करते हुए उन्होने कहा कि अब बिहार के दो पिछड़ों के बेटे एक हुए हैं, उन्हे अब साथ ही रहना होगा. यह जंगलराज पार्ट टू नहीं, मंडलराज पार्ट-टू है।'
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि 56 इंच का सीना दिखाकर और जनता से झूठे वादे कर वोट हासिल करने वाले श्री मोदी फिर से बिहार में झूठे वादे कर रहे है लेकिन काला धन की वापसी, मोदी गेट और व्यापम घोटाले पर मौन धारण कर लेते है। उन्होंने कहा कि वह बिहार के स्वाभिमान की लड़ाई को धार और उनका साथ देने के लिये वह यहां आयी है।
प्रदेश के मुख्य मंत्री नी्तीश कुमार ने कहा कि दुनिया की कोई ताकत अगर हमारे स्वाभिमान को ललकारेगी तो हम उसी तरह उसका उत्तर देंगे। नीतीश ने कहा, 'चुनाव के नजदीक आने पर पीएम मोदी को सरकार बनने के 14 महीनों के बाद बिहार की याद आई। पीएम ने सरकार बनने पर 100 दिन के भीतर विदेशों में जमा काला देश में वापस लाने का वादा किया था, लेकिन सरकार बने 14 महीने बीत गए, आज तक कुछ नहीं हुआ।'
उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री ने मेरे डीएनए को गड़बड़ कहा, मैं बिहार का हूं, हमारा डीएनए वही है, जो हर बिहारवासी का है। अब कल से पीएम कार्यालय में बिहार के लोग अपना डीएनए सैंपल भेजेंगे। उन्होंने हमारे स्वाभिमान को ललकारा है। पीएम मुझे अहंकारी कहते हैं, लेकिन हमाीर रग-रग में स्वाभिमान है, जिससे हम समझौता नहीं कर सकते। नालंदा की धरती का डीएनए गड़बड कैसे? जिन लोगों का देश्ा की आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं, वे डीएनए की बात करते हैं।' नीतीश कुमार ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा, हमने जेपी के चरणों में बैठकर लोकतंत्र का पाठ पढ़ा और पीएम हमारा डीएनए खराब बताते हैं।'मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जब बिहार में चुनाव होने वाला है तब प्रधानमंत्री को 14 महीने के बाद बिहार की याद आयी है। उन्होंने कहा कि चुनाव को देखकर प्रधानमंत्री ने सवा लाख करोड़ रूपये के विशेष पैकेज की घोषणा की है लेकिन इसमें 87 प्रतिशत अर्थात एक लाख आठ हजार करोड़ रूपया पुरानी योजनाओं का ही है और उसे ही रिपैकेजिंग कर विशेष पैकेज का नाम दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग अब उनपर (प्रधानमंत्री) भरोसा करने वाले नहीं है।
बिहार में पहली बार नीतीश कुमार के साथ मंच साझा कर रही श्रीमति सोनिया गांधी ने गांधी मैदान में जदयू, राजद, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के महागठबंधन की ओर से आयोजित इस स्वाभिमान रैली में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अब तक सिर्फ शो बाजी की है, इसके अलावा कुछ नहीं किया है। उन्होंने कहा कि मोदी ने लोकसभा चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे किये लेकिन इन वादो में से एक भी पूरा नहीं किया। अब फिर से झूठे वादे किये जा रहे है लेकिन जनता का उन पर भरोसा नहीं रहा है और वे अब ऐसे वादों पर विश्वास करने वाले नहीं हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार ने हर साल एक करोड़ नौजवानों को रोजगार देने का वादा पूरा करना तो दूर नौकरी पर ही पाबंदी लगा दी है। इसी तरह मनरेगा समेत महिलाओं और बच्चों के कल्याण की योजनाओं में भी कटौती कर दी है। उन्होंने मोदी सरकार को किसान विरोधी बताया और कहा कि किसानों को उनके उपज पर लागत मूल्य जोड़कर 5० प्रतिशत न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का वादा भी पूरा करना तो दूर अब उनकी जमीन को छीनकर अपने चंद अमीर दोस्तों बांटना चाहती थी लेकिन जब कांग्रेस समेत अन्य दलों ने मिलकर लड़ाई लड़ी तो सरकार को झुकने के लिये बाध्य कर दिया।
सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में महंगाई बढ़ रही है और रूपये की कीमत कम होती जा रही है। आज से दो साल पहले भाजपा के एक नेता ने कहा था कि आज रुपये ने अपनी कीमत और प्रधानमंत्री ने अपनी गरिमा खोई है। आज वह उनसे पूछना चाहती है कि क्या प्रधानमंत्री की गरिमा उससे भी नीचे नहीं गिर चुकी है। उन्होंने कहा कि मोदी पाकिस्तान को लेकर पहले हमेशा चुनौती देते रहते थे लेकिन आज जब हमारे जवान शहीद हो रहे है और कश्मीर में नागरिकों पर हमले हो रहे हैं तब वह क्या कर रहे है।
सोनिया गांधी ने कहा कि बिहार गौरवशाली इतिहास रहा है। यह चंद्रगुप्त, चाणक्य, गुरु गोविंद सिंह और बाबू वीर कुंवरसिंह की धरती है। वह यहां के स्वाभिमानी लोगों को प्रणाम करती है। बिहार के लोग अपने सम्मान की रक्षा किसी भी कीमत पर करते है लेकिन प्रधानमंत्री जब भी मौका मिलता है वह यहां के लोगों को नीचा दिखाने का मौका नहीं छोड़ते हैं। कभी बिहार के लोगों के डीएनए में खराबी बताकर उसे अपमानित करते है तो कभी बिहार को बीमारु बताते है। उन्होंने कहा कि वहीं कांग्रेस ने बिहार के लोगों का हमेशा सम्मान और उनकी प्रतिभा का आदर किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस प्रदेश को हर क्षेत्र में विकास के राह पर ले जाने में कांग्रेस का योगदान रहा है। केन्द्र में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के शासनकाल के दौरान कई योजनाओं को मंजूरी दी गयी जिसके कारण यहां नीतीश कुमार के नेतृत्व में तरक्की हुयी। इसमें राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का भी सराहनीय योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार को और अधिक आर्थिक सहयोग की जरुरत है उसे मिलना चाहिए। यह उसका हक है।
सोनिया गांधी ने कहा कि महागठबंधन में शामिल दल भाजपा के झूठे वादे और साम्प्रदायिक सोच के खिलाफ एकजुट हुए है। महागठबंधन धर्मनिरपेक्ष मूल्यों पर विश्वास करता है और आपसी सदभाव बनाकर राजनीति करता है। जो लोग पहले से पिछड़े हुये है उन्हें बराबरी में लाना चाहता है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि बिहार के लोग अपने स्वाभिमान की रक्षा और प्रदेश की प्रगति के लिए नीतीश कुमार को अपना पूरा समर्थन देंगे।
श्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसान विरोधी भूमि अध्यादेश को फिर से नही लाने की बात मानकर विपक्ष की एकता के सामने घुटने टेक दिये है। यह लोगों की बड़ी जीत है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में केन्द्र सरकार ने भूमि अधिग्रहण कानून बनाया था जिसका भाजपा समेत सभी दलों ने समर्थन किया था लेकिन केन्द्र में जब मोदी सरकार बनी तो उसने उस कानून को कमजोर करने के प्रयास में तीन बार अध्यादेश लाया जिसका जबर्दस्त विरोध हुआ और इसके कारण ही उन्हें (प्रधानमंत्री) झुकना पड़ा। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री ने मन की बात नहीं बल्कि लोगों के दिल की बात कही है।
नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपने कार्यकाल का लगभग एक चौथाई पूरा कर चुके है लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं किया। लोकसभा चुनाव के समय कालाधन वापस लाकर हर भारतीय को 15 से 20 लाख रूपया देने और सरकारी कर्मचारियों को भी पांच से दस प्रतिशत देने का वादा किया था। इसी तरह युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था। इसी झांसे में लोग आ गये और उन्हें वोट दे दिया। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद वे अपने वादे को भूल गये और उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उन वादों को चुनावी जुमला कह दिया। इससे लोग ठगा महसूस कर रहे हैं।वीएनआई