तुम मुझे यूं भुला न पाओगे-प्रेम, दुख, ख़ुशी, देशभक्ति, भजन, क़व्वाली, लोकगीत, शास्त्रीय संगीत या ग़ज़ल जैसी सभी मानवीय भावनाओं से सराबोर शहंशाह-ए-तरन्नुम कहे जाने वाले ्महान पार्श्व गायक मोहम्मद रफी की कल यानी 31 जुलाई को 35वीं पुण्यतिथि थी
तुम मुझे यूं भुला न पाओगे-प्रेम, दुख, ख़ुशी, देशभक्ति, भजन, क़व्वाली, लोकगीत, शास्त्रीय संगीत या ग़ज़ल जैसी सभी मानवीय भावनाओं से सराबोर शहंशाह-ए-तरन्नुम कहे जाने वाले ्महान पार्श्व गायक मोहम्मद रफी की कल यानी 31 जुलाई को 35वीं पुण्यतिथि थी