मेक्सिको सिटी,2 मई (वी एन आई)दुनिया की सबसे उम्रदराज महिलाओं में से एक मारिया फेलिक्स नावा को उनकी बड़ी उम्र के कारण बैंक अकाउंट खुलवाने में परेशानी उठानी पड़ रही थी। अब उसी मैक्सिकन बैंक ने कहा है कि वे इस 116 वर्षीय बुजुर्ग महिला का बैंक अकाउंट खोलेंगे, जिस बैंक ने वास्तव में पहले उनकी बड़ी उम्र को देखते हुए उनका अकाउंट खोलने से मना कर दिया था।
सिटीबैनमेक्स नाम के इस बैंक ने इस फैसले के लिए सिस्टम में हुई गड़बड़ी को दोषी ठहराया, जिसके चलते मारिया फेलिक्स नावा को अपनी वेलफेयर पेमेंट्स को लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एक अधिकारी अपने हाथों से उन्हें उनकी वेलफेयर पेमेंट का चेक देकर गया था। फेलिक्स के पास चेक तो आ गया लेकिन वो इसे किसी बैंक में अकाउंट न हो पाने के कारण न तो कैश करा पा रही थीं और न ही जमा। गुडलजारा की स्थानीय मीडिया ने इस मुद्दे को उठा लिया जिसके बाद एकदम से बैंक की नींद खुली।
मेक्सिको के नए कानून के अनुसार, किसी भी नागरिक को मिलने वाली लाभ की राशि उसके व्यक्तिगत खातों में ही डाली जाएगी।
श्रीमती फेलिक्स ने कहा कि स्थानीय ब्रांच के मना कर देने के बाद, तीन महीनों तक राज्य की और से दी जा रही राशि का वे कोई लाभ नहीं उठा सकीं। उन्होंने बताया कि बैंक ने उनसे कहा था कि उनकी अकाउंट खोलने की अंतिम आयु सीमा 110 साल है।
सिटीबैनमेक्स जो सिटीग्रुप की ही एक इकाई है, ने इसके लिए अपने सिस्टम की "कैलिब्रेशन यूनिट" को दोषी ठहराया जो उतनी उम्र को पंजीकृत नहीं करती जितनी श्रीमती फेलिक्स की उम्र है।
घटना की जानकारी होने के बाद जेलिस्को राज्य के विकास सचिव मिगल कास्त्रो रेनोसो, फेलिक्स नावा के घर गए और इस स्थिति, जिसे उन्होंने असामान्य और बेतुका कहा, के लिए उनसे माफी मांगी।
उन्होंने कहा कि इस स्थिति को उनके सामने लाने के लिए वे मीडिया के बहुत आभारी हैं। अब वे यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे की यह स्थिति दोबारा न आने पाए।
अपनी लगभग खो चुकी पेमेंट को पाकर अब श्रीमती फेलिक्स काफी राहत में हैं। न्यूज़ एजेंसी रायटर्स के अनुसार, अब बैंक जितनी जल्दी हो सके उन्हें बैंक कार्ड मुहैया कराने की कोशिश में लगा है।
अपने जन्म प्रमाण पत्र, जिसे स्थानीय अथॉरिटीज प्रामाणिक मानती है, के हिसाब से, श्रीमती फेलिक्स नावा जुलाई में 117 साल की हो जाएंगी।
श्रीमती फेलिक्स बताती हैं कि वह सात साल की उम्र में ही अनाथ हो गई थी और इस समय उनके 10 बच्चों में से 6 बच्चे ही जीवित हैं।