नयी दिल्ली 22 -09-2017,सुनील कुमार ,वी एन आई
जमीं से बहुत दूर हैं फिर भी जमीं पर
अक्सर चर्चा में रहते हैं ये सितारे
अंधेरों से लड़ना हो तो जमीं पर
मिसाल बन जाते हैं सितारे
रात के माहौल में जहाँ अँधेरा ही अँधेरा है
रौशनी का दूसरा नाम हैं ये सितारे
सूनी सूनी आँखों के लिए
ख्वाब का दूसरा नाम हैं ये सितारे
न जाने कितने राही भटकते रहते,
भूले भटके राहगीरों को
रास्ता दिखाते हैं ये सितारे
आम बोलचाल में जिसे बुलंदी कहते हैं
उसी बुलंदी की मिसाल हैं सितारे
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