नई दिल्ली,16 फरवरी(वी एन आई) चीन ने पुलवामा आतंकी हमले में मारे गये लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए सभी प्रकार के आतंकवाद की तीव्र भर्त्सना की है तथा कहा हैं कि आतंकवाद समूची मानवता का शत्रु हैं. उस ने कहा हैं कि क्षेत्र के देशों को सहयोग बढाना चाहिये , आतंकवाद के खतरे से मिल कर निबटना चाहिये और क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बरकरार रखी जानी चाहिये.
चीन के विदेश मंत्री तथा स्टेट कोंसलर वॉग यी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भेजे एक संवेदना संदेश में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत पर चीन ने गहरी सहानुभूति तो जताई है, मगर उसने अपने संदेश में पाकिस्तान अथवा पाक स्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का कोई जिक्र नहीं किया है, जिस आतंकी गुट ने इस आतंकी हमले की जिम्मेवारी ली है.विदेश मंत्री स्वराज को शुक्रवार को भेजे अपने शोक संदेश में यी ने कहा कि जब उन्हें पता चला कि कश्मीर में एक आत्मघाती हमला किया गया है और इससे भारी संख्या में सुरक्षा कर्मी हताहत हुए हैं तो वह स्तब्ध रह गए.चीन हर तरह के आतंकवाद का मजबूती से विरोध करता है और इसकी कड़ी निंदा करता है.
दरअसल,संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित आतंकी गुट जैश ने इस हमले के फौरन बाद ही इस हमले की जिम्मेवारी ली थी. भारत कह चुका है कि उस के पास पुलवामा हमले में पाकिस्तान के हाथ होने के ऐसे सबूत हैं, जिस पर कोई विवाद नहीं हो सकता. हालांकि, भारत के आरोपों को पाकिस्तान सरकार नकार चुकी है. पाकिस्तान ने कहा है कि ‘हम बिना किसी जांच के हमले का संबंध पाकिस्तान से जोड़ने के भारतीय मीडिया और सरकार के किसी भी आक्षेप को खारिज करते है'.
जैश ्को उस की आतंकी गतिविधियों की वजह से संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधित संगठन की सूची में डाल चुका है,लेकिन उस के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी की सूची में डाले जाने के संयुक्त राष्ट्र में विचाराधीन ्भारत के प्रस्ताव पर चीन ने इस नये आतंकी हमले के बाद भी समर्थन नही देने का अपना पुराना रूख यथावत रखा ्है. अगर अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवादियों की सूची में डाला जाता है तो उसपर दुनिया भर में यात्रा करने पर रोक लगेगी और उसकी संपत्तियों को जब्त कर लिया जाएगा.जैश इस से पहले भी भारत मे अनेक आतंकी हमलों मे लिप्त रहा हैं.
दरअसल, इससे पहले गुरुवार को सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था. इस काफिले में करीब 78 गाड़ियां थीं और 2500 जवान शामिल थे. उसी दौरान बाईं ओर से ओवरटेक कर विस्फोटक से लदी एक कार आई और उसने सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी. विस्फोट इतना घातक हुआ कि इसमें 40 जवान शहीद हो गए.वी एन आई