नई दिल्ली, 05 अक्टूबर, (वीएनआई) भारत दौरे पर आये रूस के राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच आज एस-400 एयर एंड मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डील फाइनल होगी। वहीं इस डील की वजह से अमेरिका और चीन की नजरें भारत पर टिकी हैं।
इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन अपने दो दिवसीय भारत दौरे पर बीते गुरुवार को राजधानी दिल्ली पहुंचे। भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रूस के राष्ट्रपति का स्वागत किया और इसके बाद पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से डिनर पर मुलाकात की। एक जानकारी के अनुसार पुतिन और मोदी के बीच इस 'डिनर डिप्लोमैसी' के दौरान सिर्फ उनके दुभाषिए ही मौजूद थे। वहीं इससे पहले जून में पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच रूस के शहर सोची में एक अनौपचारिक समिट के दौरान मुलाकात हुई थी। सूत्रों के अनुसार बीते गुरुवार को डिनर पर दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े कई अहम रणनीतिक मसलों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति आज जब फिर से मुलाकात करेंगे तो इसके बाद एक ज्वॉइन्ट स्टेटमेंट जारी किया जाएगा। इस स्टेटमेंट में ही पता लग पाएगा कि भाररत और रूस के बीच एस-400 की डील साइन हुई है। आज दोनों नेताओं के बीच मुलाकात में सिर्फ कुछ अधिकारी ही मौजूद रहेंगे। माना जा रहा है कि मोदी और पुतिन इस द्विपक्षीय मुलाकात में परमाणु, रक्षा और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसके बाद एक प्रतिनिधि स्तर की वार्ता होगी। इस वार्ता में दोनों नेता व्यापार, आर्थिक संबंध, ऊर्जा और दोनों देशों के नागरिकों के बीच आपसी संपर्क बढ़ाने पर चर्चा कर सकते हैं।
वहीं अमेरिका पांच बिलियन डॉलर वाली इस डील को लेकर पहले ही चेतावनी जारी कर चुका है। अमेरिकी कानून काटसा के तहत अगर भारत या कोई और देश रूस के साथ मिलिट्री डील करते हैं या रक्षा संबंधों को आगे बढ़ाते हैं तो अमेरिका उन पर आर्थिक प्रतिबंध लगा सकता है। पुतिन के सलाहकार यूरी उषाकोव इस बात की पुष्टिकर चुके हैं कि भारत सरकार की ओर से डील को डन करने की तरफ इशारा किया जा चुका है। गौरतलब है पुतिन के भारत पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी और अंग्रेजी भाषा में ट्वीट कर उनका स्वागत किया। पीएम मोदी ने लिखा, 'भारत में आपका स्वागत है राष्ट्रपति पुतिन। आपके साथ होने वाली चर्चा का इंतजार कर रहा हूं जो भारत-रूस की दोस्ती की और मजबूत बनाएगी।' पुतिन और मोदी दोनों 19वें भारत-रूस सालाना द्विपक्षीय संबंधों में भी शामिल होंगे
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