काठमांडू, 11 मई (वीएनआई)| नेपाल की दो दिवसीय यात्रा पर आए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नेपाल में सोशल मीडिया उपयोकर्ताओं ने निशाना साधते हुए उन्हें 2015 की सीमा नाकेबंदी की याद दिलाई और साथ ही माफी मांगने की उनसे मांग की।
प्रधानमंत्री मोदी के आज यहां पहुंचने पर नेपाली सोशल मीडिया पर हैशटैगब्लॉकेडवाजक्राइममिस्टरमोदी और हैशटैगमोदीनॉटवेलकमइन-नेपाल ट्रेंड कर रहा है। कुछ उपयोगकर्ताओं ने मोदी को भारत द्वारा की गई नाकेबंदी की याद दिलाई, जब नेपाल 2015 भूकंप की आपदा से उबर ही रहा था। अन्य उपयोगकर्ताओं ने मोदी से सितंबर 2015 से फरवरी 2016 तक 135 दिन लंबी नाकेबंदी के लिए मोदी से माफी की मांग की, जिस वजह से नेपाल की अर्थव्यवस्था संकट में आ गई थी और दोनों देशों के बीच तनाव उत्पन्न हो गया था।
शैलेश एम. पोखराल ने ट्विटर किया, "माफ कीजिएगा, श्रीमान मोदी हम नाकेबंदी को नहीं भूले हैं। हम लोग आपका स्वागत नहीं कर रहे हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि हम भारत-विरोधी हैं। हमलोग भारतीय लोगों के साथ हैं, लेकिन भारत सरकार द्वारा नेपाल के लिए नाकेबंदी की कार्रवाई की निंदा करते हैं।"
एक और उपयोगकर्ता बिनोद खनल ने लिखा, "श्रीमान मोदी नेपाली राजनेता आपका नेपाल में स्वागत करेंगे, लेकिन नेपाली लोग कभी नहीं!!"
नेपाल में यूरोपीय संघ के पूर्व राजदूत रेंन्सजे टीरिंक ने एक फोटो पोस्ट कर इस बहस को और हवा दे दी। इस फोटो में तेल भरवाने के लिए कार और मोटरसाइकिल की लंबी कतार देखी जा सकती है, जिसके कैप्शन में लिखा हुआ था, 'इस तस्वीर को भूलना काफी मुश्किल है।'
हालांकि कई उपयोगकर्ताओं ने मोदी के दौरे का बचाव किया है। रोहित थापा ने लिखा है, "दोनों देशों के प्रधानमंत्री भारी बहुमत से जीतकर सत्ता में आए हैं, इसलिए इस दौरे का जश्न मनाने का प्रयास करें ओर इससे सर्वोत्तम चीज प्राप्त करें। हित हमेशा आपसी हैं, छोटे या बड़े।"
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