काराकास, 18 दिसम्बर (वीएनआई)| वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मदुरो ने जन विरोध के बाद 100 बोलिवर के बैंकनोट को वापस करने का फैसला फिलहाल टाल दिया है.प्राप्त जानकारी के अनुसार अब यह फैसला दो जनवरी तक लागू नही होगा.
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण अमेरिकी राज्य में आर्थिक संकट उत्पन्न होने के कुछ दिनों बाद नीति में अचानक बदलाव किया गया है।गत बुधवार को राष्ट्रपति मदुरो ने देश की सबसे बड़ीमुद्रा बोलिवर कोबंद करने की घोषणा की थी. मदुरो ने एक राष्ट्रीय प्रसारण में दावा किया कि वेनेजुएला अंतर्राष्ट्रीय साजिश का शिकार हुआ है, जिसके कारण 100 बोलिवर के बैंकनोट के स्थान पर लाये जाने वाले नए 500 बोलिवर के नोट सही समय पर उपलब्ध नहीं हो सके हैं। सरकार का कहना है कि तस्करी रोकने के लिए 100 बोलिवर का नोट बंद करना जरूरी था। राष्ट्रपति ने कहा था कि इसका मकसद उन अपराधी समूहों से निपटना है जिन्होंने देश से बाहर राष्ट्र की मुद्रा को जमाकर उनकी सरकार के खिलाफ आर्थिक युद्ध छेड़ा हुआ है।
गौरतलब है वेनेजुएला के कई नागरिकों को पुराने नोट जमा कराने या बदलवाने के लिए कई दिन लंबी कतारों में खड़े रहना पड़ा है। नकदी के कमी के कारण हजारों दुकानें बंद हो गई हैं और जनता को क्रेडिट कार्ड या बैंक ट्रांसफर पर निर्भर रहना पड़ रहा है। कई लोगों के पास खाना तक नहीं है। इन हालात में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। छह शहरों से झड़पों की खबरें मिली हैं और कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। कारकास में लोग अपने 100 बोलिवर नोट हवा में लहराकार 'ये बेकार हैं' कहते दिखाई दिए। वहीं सरकार का कहना है कि तस्करी रोकने के लिए 100 बोलिवर का नोट बंद करना जरूरी था।