काबुल 22 जून (वीएनआई) प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अफगानिस्तान की संसद पर हुए हमले की निंदा की है,प्रधानमंत्री ने कहा \"अफगानिस्तान की संसद पर हमला घिनौनी और कायरतापूर्ण कार्रवाई है। लोकतंत्र में इस तरह के हमलों के लिए कोई स्थान नहीं है।\"
प्रधानमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में भारत अफगानिस्तान की जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में आज संसद भवन के करीब कई सिलसिलेवार बम विस्फोट हुए, जिसमें 21 लोग घायल हो गए। बाद में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें सुरक्षा बलों ने सभी सात हमलावर आतंकवादियों को मार गिराया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी सात हमलावर मारे गए हैं। इनमें वह हमलावर भी शामिल है, जिसने सबसे पहला विस्फोटकों से भरी अपनी कार उड़ा दी थी और अन्य को संसद परिसर में घुसने में मदद की थी।
बताया जाता है कि एक हमलावर विस्फोट में मारा गया और शेष सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मारे गए। अफगानी मीडिया \'टोलो न्यूज\' की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले में 21 लोग घायल हुए हैं, जिसमें पांच महिलाएं तथा तीन बच्चे हैं।
हमला संसद परिसर के द्वार के पास कार विस्फोट से शुरू हुआ, जिसके बाद गोलीबारी शुरू हुई। विस्फोट से आसपास की इमारत के शीशे टूट गए। तालिबानी आतंकवादियों ने हमले की जिम्मेदारी ली और दावा किया कि हमले में कई सांसद मारे गए हैं, लेकिन काबुल में अधिकारियों ने इस दावे को खारिज किया है।
यह हमला उस वक्त हुआ, जब उप राष्ट्रपति सरवर दानिश देश के नए रक्षा मंत्री के रूप में नामित मासू स्टैंकजई का परिचय सांसदों से करा रहे थे। इसके बाद संसद में विश्वास मत के लिए मतदान कराया जाना था।
इससे पहले तालिबान के प्रवक्ता जैबिहुल्ला मुजाहिद ने ट्विटर पर लिखा, \"कई मुजाहिद्दीन संसद भवन में घुस गए, भारी गोलीबारी जारी है। हमला ऐसे वक्त में हुआ है, जब नए रक्षा मंत्री को कमान देने की तैयारी चल रही थी।\"