नई दिल्ली 01 जून (वीएनआई) RBI द्वारा ब्रिटेन से 100 टन से अधिक सोना देश में वापस लाया गया है। यह भारत की अर्थव्यवस्था के लिये महत्वपूर्ण उपलब्धि है। । वास्तव मे आरबीआई ने 1991 के बाद पहली बार ब्रिटेन से 100 टन (करीब एक लाख किलोग्राम))से ज्यादा सोना अपने भंडार में स्थानांतरित किया है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब इतने बड़े पैमाने पर सोने को स्थानीय स्तर पर रखे गए स्टॉक में जोड़ा गया है। ब्रिटेन से भारत सोना लाने से भारतीय रिजर्व बैंक कोआरबीआई गोल्ड स्टॉक कास्ट बचाने में भीमदद मिलेगी जिसका भुगतानबैंक ऑफ़ इंडिया को किया जाता है
प्राप्त जानकारी के अनुसार आरबीआई ने कुछ साल पहले सोना खरीदना शुरू किया था। चूंकि यह स्टॉक विदेशों में जमा हो रहा था इसलिए कुछ सोना भारत लाने का फैसला किया गया है। शुक्रवार को मी्डिया से प्राप्त जानकारई के अनुसार आने वाले समय में फिर से इतनी ही मात्रा में सोना देश में आ सकता है।
RBI के आधे से अधिक गोल्ड भंडार विदेश में बैंक ऑफ इंग्लैंड (Bank Of England) और बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के पास सुरक्षित रूप से रखे गए हैं. गौरतलब है कि बैंक ऑफ इंग्लैंड पारंपरिक रूप से कई केंद्रीय बैंकों के लिए स्वर्ण भंडार गृह रहा है जिसमे भारत भी सम्मिलित है, स्वतंत्रता पूर्व के दिनों से लंदन में सोने के कुछ स्टॉक पड़े हुए हैं, जिसे भारत लाया गया है।
RBI द्वारा जारी सालाना आंकड़ों के अनुसार, 31 मार्च 2024 तक केंद्र सरकार के पास अपने विदेशी मुद्रा भंडार के हिस्से के रूप में 822.10 टन सोना था, जिसमें से 413.8 टन सोना अलग अलग दे देशों में था। हाल के वर्षों में सोना खरीदने वाले केंद्रीय बैंकों में रिजर्व बैंक शामिल है, गौरतलब है की 5 वर्ष मेंसोने का भंडार203.9 ्टन बढ़ गया है पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान इसमें 27.5 टन सोना जोड़ा गया था
जानकारी के लिये बता दे कि फोर्ब्स इंडिया ्के अनुसार पूरे विश्व मे अमरीका के पास 8133 ट्न गोल्ड का फॉरेक्स रिजर्व है जर्मनी के पास में ₹3352.65 टन्स इटली के पास में 2451 फ्रांस के पास में 240 सॉरी 2436 और रूस के पास में 2332 चीन के पास में 2262 स्विट्जरलैंड के पास में 1040 जापान के पास में 845 भारत के पास में 822 टन्स, इस पूरी लिस्ट में भारत 9वें नंबर पर है जिसके पास में बहुत सारा स्वर्ण भंडार है
विचारणीय है कि क्योंकि आजकल जिओ पॉलिटिक्स के अंदर बहुत सारे बदलाव हो रहे हैं भारत भी यह सोचने लगा है कि विदेश में इस सोने के भंडार को रखना और रखने के साथ साथ उनको पैसा भी देने से अचच्ह यही है कि वो अपना सोना अपने पास ही रखे जैसा कि इंगलैंड ने रखा है, एक सिक्योरिटी मेंटेन करता है दुनिया भर के देश विश्वास दिखाकर वहां पर सोना जमा करती हैं ऐ्सी पहल हम भी कर सकते है, इसके अलावा यह सवाल भी उठा्ता है कि यूके में,यूरोप में, अमेरिका में अगर यहां पर इस तरीके से आप अपना रिजर्व स्टोर करके रखते हैं तो एक दिक्कत भविष्य मे आ सकती है जैसा कि रूस के साथ हुआ , रूस यूक्रेन के वार से पहले रूस ने भी अपना बहुत सारा जो रिजर्व है वह यूरोपीयन देशों में स्टोर करके रखा हुआ था लेकिन जब रूस और यूक्रेन वार हुआ और रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो यह सा्रे पश्चिमी देशों ने यूक्रेन का समर्थन किया और रूस के गोल्ड भंडार को सीज़ कर दिया और लौटाने से साफ इन्कार कर दिया
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