सुनील जैन ,वी एन आई ,दिल्ली 13 -12 - 2016
बात मोबाइल/सैल फ़ोन की
आज कल हम सब मोबाइल /सैल फ़ोन की कैद/गिरफ्त में रहते हैं ,इसी लिए ये सैल फ़ोन कहलाता है
मोबाइल फ़ोन हमें दूर बैठे लोगों से जोड़ता है लेकिन अपने आसपास के लोगों से दूर करता है
ये एक हल्के हृदय आघात से कम नहीं जब आप पाते हैं की आपका मोबाइल जेब में नहीं है
अपने मोबाइल को कुछ देर के लिए अलग रखें ,सामने वाले की बात ध्यान से सुनें , अगर आप "आदर/तहज़ीब " नाम का "APP" प्रयोग करेंगे तो ये संभव है