नई दिल्ली 29 नवंबर (अनुपमाजैन/वीएनआई) रूस ने अपना सैन्य विमान गिराए जाने के जवाब में तुर्की के ख़िलाफ कई पाबंदिया लगा दी हैं, इस आशय की घोषणा के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने कई कड़े एलान कर उन्हे लागू कर दिया है
इनके अनुसारआब तुर्की से सभी आयातों पर पाबंदी, रूस में किसी तुर्क कंपनी पर प्रतिबंध और किसी भी रूसी कंपनी में तुर्की के नागरिक के काम पर रोक ्लग गयी है हैं.
इसके साथ साथ ही इन दोनों देशों के बीच चार्टर्ड उड़ानों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.
पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कॉफ़ ने ्कल जारी एक विज्ञप्ति मे कहा कि रूस में क़रीब 90 हज़ार तुर्क नागरिक काम कर रहे हैं और अगर इनके परिवार के सदस्यों को भी जोड़ लिया जाए तो यह संख्या दो लाख के क़रीब है.
इससे पहले रूस ने गत शुक्रवार को तुर्की के साथ रूस एक जनवरी से तुर्की के साथ वीज़ा मुक्त व्यवस्था को भी रद्द कर दिया था. उल्लेखनीय है कि तुर्की और रूस के बीच मज़बूत आर्थिक संबंध हैं. रूस तुर्की का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, इसके साथ ही गत वर्ष तीस लाख से ज्यादा रूसी पर्यटकों ने तु्र्की की यात्रा की.
हालांकि तुर्की के राष्ट्रपति रचैप तैय्यप एर्दोआन ने हादसे के बाद इस मामले में माफी मांगने से तो इंकार कर दिया था और उन्होंने कहा था कि रूस 'आग से खेल' रहा है ्पर अब उन्होने कहा कि उन्हें इस हादसे पर अफ़सोस है और भविष्य में ऐसा नहीं होगा.
गौरतलब है कि तुर्की की सेना ने पिछले मंगलवार को सीरिया की सीमा के पास रूस का एक सैन्य विमान मार गिराया था.
बताया जाता है कि इन प्रतिबंधों का असर रूस पर भी पड़ेगा. सप्ताह की शुरुआत में ही रूस के कृषि मंत्री ने कहा था कि तुर्की से आने वाला क़रीब 15 प्रतिशत सामान अभी तक नहीं पहुंचा है जिससे लोगों को मुश्किल हो रही है.वी एन आई