नई दिल्ली,2 जुलाई (वीएनआई) गुजरात से राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशी कांग्रेस नेता अहमद पटेल को लेकर कॉगेस और भाजपा के बीच रस्साकसी तेज होती जा रही है . इस मामले मे पिछले दिनो का राजनैतिक घटनाक्रम आज और तेज हो गया.
श्री पटेल कॉग्रेस अध्यक्ष सोनिया गॉधी के राजनैतिक सचिव है. पटेल ने आज बेंगलूर के एक रिसोर्ट और रिसोर्ट के मालिक कर्नाटक के एक मंत्री की दिल्ली स्थित निवास पर आय कर विभाग के छापों को लेकर कहा कि ''यह 'रेड राज' है. यह सरकार हर किसी को इनकम .टैक्स डिपार्टमेंट से डराना चाहती है. बीजेपी कांग्रेस की एक सीट कम करना चाहती है.'' बेंगलुरु में एक रिसॉर्ट में गुजरात के कांग्रेस विधायक ठहरे हैं. वहां आज तड़के आयकर विभाग ने छापेमारी की. इसी मामले को लेकर कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने उक्त बात कही.
इसी बीच कॉग्रेस के वरिषठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी आज कहा कि भाजपा मनी और मसल पॉवर का सहारा ले कर कॉग्रेस विधायको को डरा रही है इसी बीच कॉग्रेस के नेताओ के एक शिष्टमंडल ने आज चुनाव आयोग से मिल कर रिसोर्ट्पर हुए छापो की शिकायत की और इसे लोकतंत्र पर हमला बताया. पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने मुलाकात के बा्द कहा कि उन्होने चुनाव आयोग से कहा कि वह यह सुनिश्चित करे कि इस चुनाव के मतदान से पहले कॉग्रेस विधायको को हिरासत मे लिये जाने जैसा कोई ्कदम भाजपा नही उठा पाये जैसा कि उन्हे आशंका है उन्होने कहा कि बिना राज्य सरकार की अनुमति के पड़े ये छापे और इस दौरान केन्द्रीय सुरक्षा बलो का आय कर टीम की मौजूदगी भाजपा की साजिश दर्शाती है.
कॉग्रेस् सूत्रो का कहना है कि बीजेपी का आने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मनोबल गिराने के लिये हर हथकंडा अपना रही है.श्री पटेल ने गुजरात राज्यसभा चुनाव में नोटा का विकल्प लागू करने के चुनाव आयोग के फैसले पर कल सवाल उठाया था. उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा 'अधिसूचना जारी किये जाने के बाद' किया गया. पटेल राज्य से राज्यसभा चुनाव के लिये उम्मीदवारों में से एक हैं. उन्होंने जून में निर्धारित चुनाव में विलंब करने का भी उल्लेख किया.
पटेल ने ट्विटर पर कहा, 'पहले राज्यसभा का चुनाव स्थगित किया गया. फिर अधिसूचना के बाद नोटा की अनुमति दी गई. इसका कारण चुनाव आयोग को सही से पता होगा. पटेल आठ अगस्त को होने वाले चुनाव में एक और कार्यकाल के लिये राज्यसभा पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं.