नई दिल्ली,28 जुलाई(अनुपमाजैन/वीएनआई)भारत तथा पाकिस्तान के बीच मौजुदा तल्ख रिश्तो के बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह, आगामी 3 और 4 अगस्त को इस्लामाबाद मे होने वाले सार्क सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान जाएंगे। गौरतलब है कि गृहमंत्री का यह दौरा इस मायने मे और अहम है जब कश्मीर में मौजूदा हालात को लेकर पाकिस्तान सरकार की ओर से लगातार काफी उकसाने वाली बयान आ रहे हैं। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की गत 25 दिंसबर ्की अप्रत्याशित पाकिस्तान की संक्षिप्त यात्रा के बाद दोनो देशो के बीच यह पहला उच्च स्तरीय संपर्क है. सूत्रो के अनुसार भारत दक्षेस के प्रति अपने दायित्व स्वरूप इस सम्मेलन में इसलिए भी हिस्सा ले रहा है क्योंकि अगर एक भी सदस्य इस बैठक में मौजूद नहीं होता है तो इसे रद्द कर दिया जाएगा। भारत नहीं चाहता कि पाकिस्तान को ऐसी कोई वजह हाथ में दी जाए और पड़ोसी देश को भारत की गंभीरता पर सवाल उठाने का मौका मिले।
सूत्रो के अनुसार भारत इस बैठक में 'आतंकवाद' के मुद्दे को ्मुख्य रूप से उठायेगा. कल ही कश्मीर घाटी में लश्कर के ज़िंदा पकड़े गए आतंकवादी सैफुल्लाह से पूछताछ से यह साबित हो चुका है कि घाटी में तनाव फैलने के लिए पाकिस्तान फ़िदायीन दस्ते भेज रहा है। उस आतंकी ने साफ तौर पर् कहा है कि वह पाकिस्तान् का रहने वालाहै सार्क बैठक में भारत जिंदा पकड़े गए आतंकियों की जानकारी भी साझा करेगा। साथ ही भारत का मकसद सदस्य देशों को इस बात की जानकारी देना भी है कि वह आतंकवाद के मुद्दे को लेकर पाकिस्तान से सहयोग कर रहा है, फिर वह पीएम मोदी का पाकिस्तान जाकर नवाज़ शरीफ से मिलना हो या फिर पठानकोट हमले के बाद आईएसआई की टीम को जांच के लिए भारत आने की अनुमति दिया जाना। इसके बावजूद पाकिस्तान की ओर से उचित सहयोग हासिल नहीं हो पा रहा है।
इस दौरान श्री सिंह दक्षेस देशो के गृह मंत्रियो से द्विपक्षीय मुलाकाते भी करेंगे. वे पाकिस्तान के गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान से भी मुलाकात कर भारत की चिंता के मुद्दी उठायेंगे,दक्षेस गृह मंत्री स्तर की पिछली बैठक 2014 काठमांडू मे हुई थी.वी एन आई