नई दिल्ली, 6 फरवरी (अनुपमा जैन/वी एन आई) रेलवे की महत्वाकांक्षी 'पेपरलेस रेल टिकट योजना' के तहत अब जल्द ही रेलवे के आरक्षण काउंटर से कागज का टिकट लेने के लिए 40 रुपये अतिरिक्त देने पड़ सकते हैं। रेलवे कागज की खपत को घटाने के लिए यह कदम उठाने जा रहा है। प्रयास किया जा रहा है कि मार्च से यात्री काउंटर से आरक्षित टिकट बुक करें या ऑनलाइन उन्हें एक एसएमएस के जरिए टिकट उपलब्ध करा दिया जाए। यदि कोई यात्री कागज का टिकट चाहता है तो उससे अतिरिक्त शुल्क लिया जाए।
सूत्रो के अनुसार अगले तीन वर्षो में रेलवे ने आरक्षण टिकटों को लगभग पेपरलेस करने की योजना बनाई है। इसको ध्यान में रखते हुए पेपर टिकट की मांग को घटाने के लिए कई तरह के उपाय की तैयारी है।
सूत्रो केअनुसार यात्रियों को एसएमएस पर टिकट उपलब्ध कराने के लिए तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। इस व्यवस्था की तकनीकी जांच की जा रही है। फिलहाल काउंटर से टिकट लेने पर यात्रियों को कागज का टिकट दिया जाता है और ऑनलाइन टिकट बुकिंग पर एसएमएस के जरिए यात्रियों को टिकट मिलता है। रास्ते में यात्री को सिर्फ अपना पहचान पत्र साथ रखना अनिवार्य होता है।
इस नयी प्रणाली के तहत यात्री जब काउंटर पर टिकट बुक कराएंगे तो टिकट की बुकिंग होते ही उसके पास फॉर्म में भरे नंबर पर एसएमएस आ जाएगा। इस एसएमएस को टिकट के तौर पर प्रस्तुत कर वह यात्रा कर सकता है। पर यदि यात्री कागज वाला टिकट चाहता है तो बुकिंग के दौरान उसे इसकी जानकारी देनी होगी। कागज क टिकट लेने पर उसके लिए अतिरिक्त शुल्क देना होगा। वीएनआई