पोखरा, नेपाल 16 मार्च शोभनाजैन/वीएनआई) यहा चल रही दक्षेस देशों के मंत्रीस्तरीय बैठक के दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज की बीच अलग से मुलाकात करेंगी हालांकि, इस मुलाकात के बारे मे भारत की तरफ से अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है लेकिन संकेत है कि मुलाकात महज शिष्टाचार वश हाथ मिलाने की औपचारिकता के अलावा द्विपक्षीय वार्ता भी हो सकती हैं. सूत्रो के अनुसार भारत इस दौरान पठानकोट आतंकी हमले मे पाकिस्तान द्वारा ठोस कार्यवाही नही किये जाने पर अपनी चिंताये भी व्यक्त करेगा,यह भी माना जा रहा है कि इस तरह की मुलाका्त दोनो के रिश्तो मे एक सकारात्मक कदम हो सकती है लेकिन इस मुलाकात को दोनो देशो के बीच समग्र वार्ता के फिर से पटरी पर लौटने की दिशा मे कोई अहम एलान होने की बार सोचना बहुत जल्दबाजी होगा. दरअसल तमाम तल्खियो के बीच बातचीत का रास्ता खुला रखना एक आशावादी सोच है जिससे द्विपक्षीय संबंधो के 'कुछ' आगे बढने का कोई रास्ता निकले लेकिन यह भी सच है कि भारत के तमाम सकारात्मक कदमो पर अन्तत पाकिस्तान की तरफ से अभी तक जो प्रतिक्रिया आती रही है उसके चलते एक बार फिर यह सवाल है कि पाकिस्तान पर कितना भरोसा क्या जाये. गौरतलब है कि पाकिस्तान के साथ बनते बिगडते रिशतो के बीच कल विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तान के प्रधान मंत्री के विदेशी मामलो के सलाहकार सरताज अजीज नेपाल के पोखरा मे दक्षेस देशो के विदेश मंत्री सम्मेलन मे एक ही मंच पर मौजूद होंगे,उसके बाद दोनो के बीच अलग से यह मुलाकात होगी.
इसी बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया के अनुसार श्री अजीज पाकिस्तान में इस नवंबर मे आयोजित होने वाले 19वें दक्षेस शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों के शासनाध्यक्षों और राष्ट्राध्यक्षों को शामिल होने का न्यौता देने के लिए नेपाल में संबद्ध देशों के विदेश मंत्रियों से मिलेंगे। दोनों नेताओं के बीच इस बैठक के बारे में जब नई दिल्ली में सूत्रों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अजीज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 19 वें दक्षेस सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान आने का न्यौता देने के वास्ते इस तरह की मुलाकात की मांग की है और बहुत मुमकिन है कि भारत इस तरह की मुलाकात करेगा। श्रीमति स्वराज और अजीज के बीच नौ दिसंबर के बाद दूसरी मुलाकात होगी, जब दोनों देशों ने समग्र द्विपक्षीय वार्ता की बहाली की घोषणा की थी।.दरअसल पाकिस्तान स्थित आतंकी गुट 'जैशे मोहम्मद' द्वारा पठानकोट मे किये गये आतंकी हमले मे पाकिस्तान द्वारा हमले के दोषी और साजिश के सरगना आतंकी हाफिज सईद सहित अन्य के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नही किये जा्ने की वजह से दोनो देशो के संबंधो मे फिर् से बढी तल्खी के चलते दोनो देशो के बीच अरसे से ठप्प पडी समग्र वार्ता को फिर से पटरी पर लाने का माहौल नही बन पा रहा है.
सूत्रो का हालांकि यह भी मानना है कि स्वराज-अजीज बैठक दोनों देशों के विदेश सचिवों के बीच काफी समय से लंबित वार्ता पर चर्चा का अवसर उपलब्ध करा सकती है ्लेकिन अन्तत रूख पाक रवैये पर ही निर्भर करता है विदेश सचिवों के बीच जनवरी में इस्लामाबाद में बैठक होनी थी लेकिन पठानकोट आतंकी हमले के बाद इसे रद्द करना पडा। विदेश सचिव स्तर की प्रस्तावित अहम वार्ता में कश्मीर, शांति एवं सुरक्षा, सियाचिन, सर क्रीक, जल और व्यापार एवं वाणिज्य समेत कई मामलों पर दोनों देशों के बीच वार्ताओं की एक श्रृंखला का रोडमैप तैयार किया जाना है। समग्र द्विपक्षीय वार्ता फिर से शुरू करने के प्रयास को पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर आतंकवादी हमले के बाद झटका लगा था। यह हमला पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन के आतंकवादियों ने किया था। सुषमा और अजीज के बीच बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच वाशिंगटन में इस माह के अंत में वार्ता की संभावना पर चर्चा हो सकती है। दोनों प्रधानमंत्री एक परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन में भाग लेने अमेरिका जाएंगे। इस सम्मेलन की मेजबानी अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा करेंगे।
गौरतलब है कि सम्मेलन मे हिस्सा लेने यहा आये भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर व पाकिस्तान के विदेश सचिव के बीच काठमांडू में विदेश सचिव स्तर की बैठक के बाद डिनर के दौरान मुलाकात हुई है.
सार्क सम्मेलन से पहले विदेश सचिव एस जयशंकर ने काठमांडू में नेपाल के पीएम केपी ओली से मुलाकात की. उम्मीद है श्रीमति स्वराज की भी श्री ओली से मुलाकात होगी. इससे पूर्व आज यहा पहुंचने पर नेपाल के विदेश मंत्री कमल थापा ने उनकी अगवानी की.वी एन आई