अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में भी 'तीसरा मोर्चा' !

By Shobhna Jain | Posted on 3rd Jun 2016 | VNI स्पेशल
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वाशिंगटन, 3 जून (वीएनआई)अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव हर गुजरते दिन के साथ और दिलचस्प और कौतूहल भरा होता जा रहाहै.अब तक 'व्हाईट हाउस' की रेस के के लिये भले ही दो प्रमुख उम्मीदवारो ने धूम मचा रखी हो. रिपब्लिकन पार्टी की ओर से डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से हिलेरी क्लिंटन के अलावा अब एक तीसरा उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में ताल ठोंक रहा है. अब इस चुनाव में 'तीसरा मोर्चा ' भी उतर गया है और यह मोर्चा चर्चा मे भी आ रहा है. अब तक 'व्हाईट हाउस' की रेस के के लिये दो प्रमुख उम्मीदवार सामने आये हैं. रिपब्लिकन पार्टी की ओर से जहां डोनाल्ड ट्रम्प हैं, और डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से हिलेरी क्लिंटन दावेदार हैं. लेकिन अब एक तीसरा उम्मीदवार भी मैदान में ताल ठोंक रहा है. अमरीका की लिबरर्टरिअन पार्टी ने न्यूमेक्सिको सिटी और् मेसाचुसेट्स के क्रमश; पूर्व गवर्नर गैरी जॉनसन और विलियम वेल्ड को क्रमशः राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है. दोनो अपने अपने राज्यो मे कुल मिला कर बारह वर्ष तक गवर्नर रहे है. वैसे अमरीका के इतिहास मे कभी भी किसी तीसरे दल का उम्मीदवार् नही जीत पाया है .जानकारो का मत है कि जिस तरह से हल्के उम्मीदवार के रूप मे चुनाव मैदान मे आये ट्रंप अचानक एक सशक्त उम्मीदवार बन गये, उसे देख कर सब हैरान है और अब वे सुश्री हिलेरी को मजबूत टक्कर दे रहे है ऐसे मे तीसरे प्रत्याशी का चुनाव मैदान मे आना दिलचस्प तो है ही . गत रविवार को लिबरर्टरिअन पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन मे इन दोनो प्रत्याशियो के नामो का एलान हुआ.अपनी उम्मीदवारी के एलान के बाद विलियम वेल्ड ने कहा, "हम देश को कुछ सार्थक और वास्तविक विकल्प दे सकते हैं." गेरी ने अपने उपराष्ट्रपति के लिये वेल्डन को चुना न्यू मैक्सिको के भूतपूर्व गवर्नर रहे जॉनसन राष्ट्रपति चुनाव के लिए होनेवाली प्राइमरी में मैनमाउथ यूनिवर्सिटी में हुए मतदान में 11 प्रतिशत वोट पाने में कामयाब रहे. लिबेर्टरियन राष्ट्रीय समिति के प्रमुख निकोलस सरवर्क काफी आशान्वित लगते है.उनका मानना है कि 2016 चुनाव में उनकी पार्टी के अच्छे प्रदर्शन की पूरी संभावना है. ट्रम्प और हिलेरी, दोनों ने ही 57 प्रतिशत तक का विरोधी रुझान झेला है. नतीजतन तीसरी पार्टी को वाइल्ड कार्ड के जरिए मैदान में उतरने का उतरने का अवसर मिल गया है.राजनैतिक पंडितो का मानना है ,हालांकि दोनो प्रमुख दलो के प्रत्याशी गंभीर और मजबूत उम्मीदवार है,लेकिन ये दोनो भी अपने को रेस मे पूरी गंभीरता से उतार रहे है.जॉन्सन ने 2012 मे रिपब्लिकन सदस्य के रूप मे राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा था बाद मे वे लिबेर्टरियन पार्टी मे शामिल हो गये. लेकिन क्या लिबेर्टरियन पार्टी, जो खुद को अमेरिका तीसरी बड़ी पार्टी मानती है, वाकई एक विकल्प के रूप में उभर सकती है ? 1971 में अपनी स्थापना के 45 साल बाद क्या वह ऐसा करने में कामयाब हो पायेगी? लिबेर्टरियन पार्टी ने स्थापना के बाद से राष्ट्रपति के हर चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारा है, लेकिन उसके उम्मीदवार कोई छाप नहीं छोड़ पाए अबतक. उनका उम्मीदवार सिर्फ एक बार ही 1 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल कर पाया. इस पार्टी के एक समर्थक के अनुसार"सम्भवत अमरीका के इतिहास मे सबसे ज्यादा हैरान करने वाला चुनाव है, नतीजा भले ही कुछ क्यों नही हो... वी एन आई

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