आचार्य श्री के स्वास्थ्य में सुधार- देश भर में प्रार्थनायें, मंत्रोच्चार

By Shobhna Jain | Posted on 14th Jul 2020 | VNI स्पेशल
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नई दिल्ली,14 जुलाई (शोभना/अनुपमाजैन,वीएनआई) भोर की किरणें अभी फूटी नही हैं लेकिन माहौल में उजलापन हैं.कुछ लोग उत्सुक सी निगाहों से एकाग्र चित्त हो करबद्ध हो कर एक ही दिशा की और निहार रहे हैं. अचानक माहौल में कुछ हलचल सी लगती हैं, और वातावरण पूरी तरह से शांत हो जाता हैं. एक बेहद कृशकाय देह धीरे धीरे धुंधलकें में आगे बढती नजर आती हैं. लगता है मानो धीरे धीरें उनके आगे बढतें कदमों से उजाला दिव्य प्रकाश में बदलता जा रहा हैं. धीमे कदमों के बावजूद, चेहरें पर वो ही तेज, वो ही दृ्ढता और चेहरें पर हल्की सी मुस्कराहट. क्षीण स्वास्थय में भी वैसी ही घोर साधना, वैसी ही दृढता.माहौल में आचार्यश्री की जयकार गूंज उठ्ती हैं.  वहा मौजूद श्रद्धालुओं के चेहरों पर दूर से ही सहीं  लेकिन आचार्यश्री की एक मद्दम सी झलक भर पा लेने  से ही  दर्शन लाभ का संतोष  पा लेने की अनुभूति  देखी जा सकती हैं.इतनी दूर  से मात्र एक हल्की सी झलक पाने से आह्लादित एक श्रद्धालु कहते हैं "इन की तो  चाहे दूर से ही हो,एक झलक ही काफी हैं, जब से सुना आचार्य श्री अस्वस्थ हैं, मन बहुत अशांत था, राहत की बात हैं कि आचार्य श्री के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा हैं.

ये दृश्य हैं  इंदौर स्थित तीर्थोदय धाम रेवतीरेंज प्रतिभास्थली का जहा तपस्वी, दार्शनिक संत आचार्य श्री विद्यासागर इन दिनों पावन चातुर्मास कर रहे हैं.ये सभी श्रद्धालु न/न केवल उन के दर्शन लाभ करना चाहते थे साथ ही कुछ दिन पूर्व उन के अस्वस्थ होने के समाचारों से चिंतित हो  कर उनके दर्शन करने आये थे, लेकिन वर्षायोग समिति के आयोजकों ने कोरोना महामारी के चलतें आचार्य श्री और उन के संघ से सभी श्रद्धालुओं को देह दूरी का पालन करते हुए श्रद्धालुओं को  अत्यंत सीमित तादाद में  ही आने के निर्देश  दियें और वह भी खास नियमों के तहत. इन नियमों के अनुसार  आचार्य  के वर्षा योग  परिसर स्थल पर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं है. आचार्य श्री से जुड़े श्रद्धालु तथा दयोदय वर्षायोग समिति के महामंत्री अर्पित पाटोदी व आचार्यश्री से जुड़े श्रद्धेय ब्रहमचारी सुनील भैया के अनुसार आचार्य श्री की तबीयत में सुधार  हो रहा है तथा जल्द ही श्रद्धालु उन के दर्शन कर पायेंगे. वे प्रसन्न चित्त हैं तथा संयम साधना का उसी दृढता से पालन कर रहे हैं. आचार्य श्री के शीघ्र पूर्ण स्वास्थ लाभ हेतु देश भर में श्रधालु पूजा पाठ, प्रार्थानायें और मंत्रोच्चार कर रहे हैं और वीतरागी संत क्षीण स्वा्स्थ्य में इस सब से दूर निर्लिप्त हो, उसी दृढता से धर्मचर्या और तप साधना कर रहे हैं.

इन दिनों आचार्य श्री  जिस वर्षायोग स्थल पर हैं उस  स्थल के अंदर अत्यंत सीमित संख्या में वो ही श्रधालु हैं जो चौके की व्यवस्था करते है.इसी के चलते उन के प्रवचन भी काफी समय से नहीं हुए हैं.इन हालात में वर्षायोग समिति ने  ्देश भर में श्रद्धालुओं से आग्रह किया हैं कि वे सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए आचार्य श्री के दर्शन के लियें परिसर में नही आयें. स्थतियॉ अनुकूल होने पर वे दर्शन भी कर पायेंगे और प्रवचन भी सुन पायेंगे   आचार्य श्री की तप साधना वैसे भी घोर होती हैं इन दिनों तो वे और दृढता से तपस्या कर रहे हैं.अर्पित और ब्रहम्चारी जी के अनुसार  जिस तरह से आचार्य श्री के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा हैं, जल्द ही श्रद्धालु  सोशल डिस्टेटिंग का पालन करते  हुए सीमित संख्या में दर्शन कर पायेंगे.श्रद्धालुओं की भी यहीं  ्प्रार्थना हैं.वी एन आई


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