नयी दिल्ली,26 अप्रैल(शोभनाजैन/वीएनआई)भारत पाक रिश्तो मे रह रह कर आने वाले ठंडे पन को एक बार फिर कुछ कम करने और आपसी विश्वास बहाल करने की एक नई पहल बतौर भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिव मिल रहे है,उच्च पदस्थ सूत्रो के अनुसार भारत इस दौरान आतंक सहित पठानकोट आतंकी हमले की जॉच मे पाकिस्तान द्वारा कोई ठोस कदम नही उठा्ने ,एनआईए का संभावित पाक दौरा, पाकिस्तान द्वारा जासूस बता कर पकडे गये भारतीय कुलभुषण जाधव सहित अनेक द्विपक्षीय मुद्दों को उठायेगा. पाकिस्तान के आतंकी हमले के बाद गत जनवरी मे पठानकोट आतंकी हमले के बाद गत 14 जनवरी को दोनो देशो के बीच प्रस्तावित विदेश सचिव स्तर की वार्ता स्थगित किये जाने के लगभग तीन माह बाद दोनो देशो के विदेश सचिव एक बार फिर द्विपक्षीय वार्ता का माहौल बनाने के लिये मिले. पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी नई दिल्ली मे आज हो रही मुख्य रूप से ‘हार्ट ऑफ एशिया के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक' में हिस्सा लेने के लिए एक दिन के दौरे पर यहा आये है जिस दौरान अचानक ही दोनो देशो के विदेश सचिवो के बीच अलग से वार्ता का कार्यक्रम बी बना हैं.
सम्मेलन से इतर आज सुबह 11 बजे विदेश मंत्रालय के साउथ ब्लॉक स्थित कार्यालय मे विदेश सचिव एस जयशंकर के साथ श्रीचौधरी ने द्विपक्षीय वार्ता ्की. इसमे विदेश सचिव एस जय शंकर के अलावा वरिषठ भारतीय अधिकारियो का एक शिष्ट मंडल हिस्सा ले रहा है जबकि पाक शिष्ट मे श्री चौधरी सहित भारत स्थित पाक उच्चायुक्त अब्दुल बासित सहित वरिषठ पाक अधिकारी हिस्सा ले रहे है जिसमें द्विपक्षीय संबंधों और ठप पडी द्विपक्षीय समग्र वार्ता की स्थिति की समीक्षा हो रही है.सूत्रों के अनुसार ‘‘बातचीत में मुख्य ध्यान पठानकोट आतंकी हमले की जांच और इस संबंध में एनआईए की टीम के संभावित पाकिस्तान दौरे पर दिया जाएगा.' पिछले साल दिसंबर में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के इस्लामाबाद में हुई औपचारिक वार्ता बाद से जयशंकर और चौधरी के बीच यह पहली औपचारिक बैठक होगी. दोनों सचिवों ने इस साल मार्च में नेपाल में दक्षेस की एक बैठक के दौरान ्भी अनौपचारिक रूप से बातचीत की थी.
जनवरी में पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर आतंकी हमले के बाद विदेश सचिव स्तर पर बहाल करने की कोशिशों में गतिरोध आ गया. भारत का कहना है कि पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश ए मोहम्मद के आतंकियों ने हमले को अंजाम दिया. इस बैठक से पहले हाल में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा था कि द्विपक्षीय शांति प्रक्रिया निलंबित है, जिसपर भारत ने कडी प्रतिक्रया देते हुए दोहराया कि विभिन्न स्तरों पर संवाद के माध्यम खुले हैं लेकिन साथ ही साफ किया कि वह बातचीत बहाल होने से पहले आतंकवाद और पठानकोट हमले को लेकर कार्रवाई चाहता है.
चौधरी के दौरे की घोषणा करते हुए पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा था, ‘‘पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल बैठक में हिस्सा ले रहे दूसरे शीर्ष प्रतिनिधिमंडलों के साथ भी द्विपक्षीय बैठकों में हिस्सा लेगा.' इसमें कहा गया कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में दीर्घकालीन शांति एवं स्थिरता को बढावा देने की कोशिशों की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता को दिखाते हुए आगामी हार्ट ऑफ एशिया बैठक में सक्रिय रुप से हिस्सा लेने के लिए उत्साहित है.पाकिस्तान ने नौ दिसंबर, 2015 को इस्लामाबाद में पांचवें हार्ट ऑफ एशिया मंत्रिस्तरीय सम्मेलन की मेजबानी की थी जिसमे विदेश मंत्रीसुषमा स्वराज नेहिस्सा लिया.वी एन आई