नयी दिल्ली,19 दिसंबर ( अनुपमा जैन/वीएनआई) राजधानी मे आज भारी राजनैतिक गहमागहमी के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे व पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को नेशनल हेराल्ड केश में पटियाला हाउस कोर्ट में 'बिना शर्त' जमानत दे दी गई., फैसले के बाद सोनिया गांधी ने कहा कि कॉग्रेस पार्टी डरेगी नही और उनकी लड़ाई जारी रहेगी, श्री राहुल गांधी और पूर्व प्रधान मंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने भी कॉग्रेस पार्टी और उसके नेतृत्व के खिलाफ बदले की कार्यवाही करने और उस के खिलाफ लड़ाई जारी रख्न्ने की प्रतिबद्धता जाहिर की रखने पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा स्थापित नेशनल हेराल्ड अखबार को प्रकाशित करने वाली कंपनी की संपत्ति व शेयरों में कथित हेरफेर के मामले में भाजपा नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने अदालत में याचिका दायर की है. इस मामले मे कॉग्रेस नेताओ की पैरवी कर रहे कॉग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने िस फैसले के बाद कहा कि न्यायलय ने इस मामले में श्री सुब्रमण्यन स्वामी की यह दलील नामंजूर् कर दी कि उनका पासपोर्ट जब्त किया जाये क्योंकि दोनो विदेश जा सकते है ऐसे मे उन दोनो के विदेश जाने पर रोक लगाई जाये. अदालत ने दोनो को पचास हजार रूपये के मुचलके पर जमानत दी. इस मामले पर अगली सुनवाई २० फरवरी को होगी. श्री सिब्बल के अनुसार दोनो नेताओ ने २० फरवरी को मामले की आगे की सुनवाई के दौरान निजी तौर पर पेश नही होने से छूट नही मॉगी बाद मे कॉग्रेस न्यायाधीश ने मामले की सुनवाई शुरू होते ही कुछ ही मिनट मे उन्हे जमानत दे दी. श्री स्वामी द्वारा दोनो कॉग्रेस नेताओ के पासपोर्ट जब्त किये जाने पर कहा कि निश्चय ही यह खराब व्यहार था.ुन्होनेकहा कि दोनो समाज से जुड़ी विशिष्ट हस्तियॉ है. उनके पासपोर्ट जब्त किये जाने का तर्क देना बेहद खराब था . कॉग्रेस् की नेता अंबिका सोनी ने इस मामले को रजानीति से प्रेरित बदले की कार्यवाही बताया .स्वामी ने कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेताओं पर एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) के यंग इंडिया लिमिटेड (वाईआईएल) द्वारा अधिग्रहण में धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। वाईआईएल में सोनिया और राहुल की 38-38 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।
इस मामले में दोनों कांग्रेस नेताओं को पिछले साल 26 जून को निचली अदालत ने समन भेजा था, जिसे रद्द करने के लिए उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। हालांकि दिल्ली उच्च न्यायालय ने पिछले सप्ताह उनकी याचिका खारिज कर दी, जिसके बाद निचली अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए 19 दिसम्बर की तिथि निर्धारित की।
अदालत ने पिछले पखवाड़े सोनिया गांधी व राहुल गांधी को पेश होने का अादेश दिया था. उनकी पेशी इस मामले मे नये आये मजिस्ट्रेट लवलीन के समक्ष हुई. इससे पहले कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल सोनिया और राहुल की ओर से दलील पेश की। सोनिया गांधी की जमानत एके एंटनी ने और राहुल गांधी की जमानत प्रियंका गांधी ने ली। इस मौके पर राबर्ट वाड्रा समेत कांग्रेस के तमाम बड़े नेता भी अदालत में मौजूद थे।
इससे पूर्व श्री सोनिया गांधी और उनके बेटे व पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ्बडी तादाद मे अपने समर्थको के साथ पटियाला हाउस कोर्ट से कुछ पहले ही कारो से उतर गये और काफिले के साथ पैदल चल कर कोर्ट के अंदर गये. इस मौके पर बड़ी तादाद मे कॉग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद थे.नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की पटियाला हाउस अदालत में पेशी को देखते हुए अदालत के अंदर और बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। अदालत परिसर के अंदर और बाहर एसपीजी, बीएसएफ और बम निरोधक दस्ते की टीम तैनात की गई है। पटियाला हाउस कोर्ट के बाहर 700 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात रहे। कोर्ट के अंदर महज 25 लोगों को जाने की इजाजत ्मिली। कोर्ट को एक बजे के बाद सील कर दिया गया था।
इससे पूर्व दोपहर में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के घर पर कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई है, जिसमें प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं. बैठक में अागे की रणनीति तय की गयी. कोंग्रेस् अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी भी अदालत पहुंची.
इस पूरे मामले में सोनिया गांधी अपनी सास व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नक्शे कदम पर खुद को चलते हुए दिखाने की कोशिश करती दिख रही हैं.श्रीमती सोनिया गांधी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आज मैं साफ मन से कोर्ट में पेश हुई हूं, जैसे किसी भी कानून के पालन करने वाले नागरिक को करना चाहिए। देश के कानून बिना किसी भय और पक्षपात के सभी के ऊपर बराबर लागू होते हैं। मुझे जरा भी संदेह नहीं है, सच्चाई सामने आएगी। हम अपने राजनीतिक विरोधियों के हमले और उनके निंदा के अभियान से वाकिफ हैं। यह सिलसिला पीढ़ियों से चला रहा है और यह और बात है कि ये लोग कभी भी हमें अपने रास्ते से हटा नहीं पाए। मौजूदा केंद्र सरकार अपने विरोधियों को जानबूझ कर निशाना बना रही है और इसके लिए वो सरकारी एजेंसियों का पूरी तरह से इस्तेमाल कर रही है। हम में से कोई भी डरने वाला नहीं है। इनके खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी, कांग्रेस के सिद्धांतों, कांग्रेस की नीतियों और गरीबों के हितों की रक्षा के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
.ध्यान रहे कि 1977 में तत्कालीन मोराजी देसाई सरकार के कार्यकाल में इंदिरा गांधी की गिरफ्तारी हुई थी और उन्होंने जमानत लेने सेे इनकार कर एक रात जेल में रहने का निर्णय लिया था. इंदिरा ने इससे जबरदस्त राजनीतिक सहानुभूति हासिल की और सरकार में वापसी की.श्रीमति गांधी भी कह चुकी है कि वे श्रीमति इंदिरा गांधी की बहू है, वे किसी से नही डरती है
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सीधे प्रधानमंत्री मोदी का नाम लेते हुए कहा, कहा कि मैं कानून का आदर करता हूं, मोदी जी झूठे इल्जाम लगवाते हैं और वे सोचते हैं कि विपक्ष झुक जाएगा। मैं हिंदुस्तान के हर नागरिक को बताना चाहता हूं कि मैं और कांग्रेस पार्टी नहीं झुकेंगे। मैं यह भी कहना चाहता हूं कि हम गरीब लोगों के लिए, कमजोर लोगों के लिए लड़ते रहेंगे, हम विपक्ष का काम करते रहेंगे और हम एक इंच भी पीछे नहीं जाएंगे। मोदी जी कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते हैं, भारत कांग्रेस मुक्त कभी नहीं होगा।
पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह भी मीडिया के सामने आए और कहा, 'कांग्रेस पार्टी राहुल जी और सोनिया जी के पीछे पूरी ताकत से खड़ी है. इस मसले पर पूरी पार्टी एकमत है'
फैसले के बाद कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड पर नेताओं व कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया है ्जिनमे पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सि भी है
सोनिया गांधी ने शुक्रवार को ही एलान कर दिया था कि वे अदालत में पेश होंगी. उन्होंने इसके पहले अपने पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को कड़ी हिदायत दी कि उनके अदालत में जाने पर व्यवस्था बनी रहे और वे संयम दिखायें.्वी एन आई