नई दिल्ली, 22 जनवरी ( शोभनाजैन / वीएनआई ) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जल्द ही अपनी कैबिनेट में फेरबदल के संकेत हैं। समझा जा रहा है कि फेरबदल या तो बजट सत्र से पहले यानि अगले माह होसकता है या फिर यह बजट सत्र के समाप्त होने के बाद यानि मई में किया जा सकता है ।
सूत्रों के अनुसार इस फेरबदल में वर्तमान राज्य मंत्री पीयूष गौयल को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है। ऐसी जानकारी है कि यातायात से जुड़े तमाम मंत्रालयों को मिलाकर एक ट्रांसपोर्ट मंत्रालय बनाये जाने के एक प्रस्ताव पर भी विचार किया जा रहा है जिसकी जिम्मेवारी संयुक्त रूप से परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के हाथ में दी जा सकती है । इस मंत्रालय में नागरिक उड्डयन, जहाजरानी और परिवहन मंत्रालयों को शामिल किया जा सकता है। इस फेरबदल में कुछ और मंत्रियों के विभागमे भी फेरबदल हो सकता है.
लेकिन सूत्रों के अनुसार चार बड़े मंत्रालयों के कार्यभार संभाल रहे मंत्रियों के मंत्रालयों में कोई फेरबदल नहीं होगा यानि वित्त मंत्रालय का काम अरुण जेटली ही संभालते रहेंगे। रक्षामंत्रालय का काम मनोहर पर्रिकर के जिम्मे ही रहेगा। विदेश मंत्रालय में सुषमा स्वराज का काम जारी रहेगा और गृहमंत्रालय राजनाथ सिंह के हिस्से ही रहेगा। लेकिन आज समाचार एजेंसी रायटर्स की खबर के अनुसार श्री जेटली को वित्त मंत्रालय के स्थान पर रक्षा मंत्रालय में भेजा जा सकता है। उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार के शुरुआती दिनों में जेटली रक्षा मंत्रालय संभाल चुके हैं।रायटर्स के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी पीयूष गोयल को वित्त मंत्रालय सौंप सकते हैं। वे फिलहाल कोयला व विद्युत मंत्री हैं। मानव संसाधन मे भी बदलाव किये जाने की अटकलें जोरो पर है . कुछ और मंत्रियों के विभागमे भी फेरबदल हो सकता है ऐसा भी कहा जा रहा है कि संगठन से भी कुछ नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है और कुछ नेताओं को मंत्रिमंडल से हटाकर संगठन की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
जानकारों का मानना है कि अच्छे दिनों के वादे के साथ आई मोदी सरकार का प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा है और भाजपा पार्टी के खिसकते जनाधार को संभालने ,चुस्त प्रभावी प्रशासन देने और सरकार की छवि सुधारने के नजरिये से यह कवायद की जा रही है.
दिल्ली और बिहार विधानसभा में भाजपा का प्रदर्शन खासा खराब रहा है। अब पार्टी की निगाहें अगले वर्ष होने वाले उत्तर प्रदेश के अहम चुनावों पर है। उत्तर प्रदेश को निगाह में रखकर अमित शाह को भाजपा अध्यक्ष के रूप में रख गया है। उनका मौजूदा कार्यकाल इसी हफ्ते खत्म हो रहा है।इस फेरबदल में बिहार चुनाव में पार्टी के मिली हार के साथ आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव के समीकरण नजर आ सकते है । वी एन आई