नयी दिल्ली, 17 नवंबर (वीएनआई) नोटबंदी के विरोध मे एक जुट विपक्ष की चौतरफा घेराबंदी और ममता बनर्जी अरविंद केजरीवालजैसे नेताओ के नोटबंदी के फैसले को तीन दिन में वापस लेने की मांग को साफ तौर पर खारिज करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सरकार अपने फैसले पर अडिग है, और फैसले को वापस लेने का सवाल ही नहीं उठता है. न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान जेटली ने कहा कि सरकार ने पांच सौ व हजार के लीगल टेंडर को समाप्त किया है. उसके पीछे का उद्देश्य कालाधन को बाहर करना, देश के वित्तीय व्यवस्था को साफ-सुथरा करना है.
उन्होंने कहा कि इस फैसले से बैंकों में ज्यादा पैसा पहुंचेगा, क्राइम मनी बाहर निकलेगा, राजनीति में भी स्वच्छता आयेगी. खेद की बात है कि कुछ राजनीतिक दल और राज्य सरकारें इसमें बाधा पहुंच रही है. जहां तक करेंसी की उपलब्धता की बात है मैं खुद बैंकों में जाकर देखा हूं कि लोग पैसा जमा कर रहे हैं, निकाल रहे हैं. एटीएम का रिकेलिब्रेशन भी हो रहा है. बैंक कर्मचारी भी बहुत मेहनत कर रहे हैं.
उन्होंने कांग्रेस पार्टी के विरोध के बारे में प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि राष्ट्रीय पार्टी के रूप में कांग्रेस पार्टी को ऐसे फैसलों पर समर्थन करना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सदन में गैरमौजूदगी व सीधे उनसे जवाब मांगे जाने के सवाल पर जेटली ने कहा कि सरकार सामूहिक जिम्मेवारी से चलती है. उन्होंने कहा कि यह सरकार का अधिकार है कि वह किसे इस मुद्दे पर जवाब देने की जिम्मेवारी सौंपती है.वी एन आई