नोटबंदी- संसद की कार्यवाही आज छठे दिन भी ठप्प, भारी हंगामा, नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन जारी
नई दिल्ली,२३ नवंबर (वी एन आई)नोटबंदी को ले कर आज भी संसद ठप्प रही. संसद के दोनो सदनो मे भारी हंगामा और नारेबाजी के चलते आज भी संसद की कार्यवाही नही चल.सकी. लोकसभा स्पीकर ने भारी हंगामे और नारेबाजी के बीच नोटबंदी के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव के तहत चर्चा को लेकर विपक्ष की मांग को खारिज कर दिया,हंगामा थमता न देख स्पीकर ने कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी.उधर राज्य सभा की कार्यवाही भी आज विपक्ष के नोटबंदी पर प्रस्तावित चर्चा के दौरान प्रधान मंत्री की मौजूदगी की मॉग पर अड़े रहने की वजह से बार बार के स्थगन के बाद लगभग पोने तीन बजे दिन भर केलिये स्थगित कर्देनी पड़ी. लोक सभा मे आज लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी मौजूद रहे लेकिन राज्य सभा मे उनकी गैर मौजूदगी पर विपक्ष लगातार विरोध जताता रहा.
लोकसभा में भाजपा सांसद अनंत कुमार ने कहा कि नोट बंदी पर चर्चा करने के लिए पूरा एनडीए और भाजपा चर्चा करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र का सात दिन हंगामे की भेंट चढ़ चुका है. पीएम मोदी के इस फैसले के साथ पूरी जनता है. सुबह दोनो सदनो की बैठक शुरू होने से पहले संसद भवन के बाहर गांधी प्रतिमा के समक्ष विपक्षी दलों के सदस्य नोटबंदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसद में निरंतर चुप्पी और सदन में अनुपस्थिति के खिलाफ विरोध तेज करते हुए आज एकजुट हुए।
वाम मोर्चा और आम आदमी पार्टी को छोड़कर 13 विपक्षी पार्टियों ने संसद में गांधी की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन करते हुए नोटबंदी के मुद्दे पर जवाब मांगा। प्रदर्शकारियों में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के नेता भी शामिल थे।
राहुल गांधी ने सवाल किया कि प्रधान मंत्री संसद में क्यों नहीं बोल रहे हैं. प्रधानमंत्री संसद के अंदर आने से क्यों डर रहे हैं. कुछ न कुछ तो कारण जरूर रहा होगा कि प्रधानमंत्री संसद में आने से डर रहे हैं.
सुबह लोक सभा मे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सदन में मौजूदगी में इस विषय पर अपनी मांग के समर्थन में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दल के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे. कांग्रेस सदस्य अपने हाथों में बड़ा बैनर लिये हुए थे जिस पर नोटबंदी के विरोध में नारे आदि लिखे हुए थे.
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन की कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि बैनर दिखाना नियमों के खिलाफ है. हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित करनी पड़ी.
मायावती ने आरोप लगाया कि नोटबंदी के कारण 70 से ज्यादा लोग मर चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में आने से घबरा क्यों रहे हैं. अगर उन्होंने अच्छा काम किया है तो सामने आएं. दाल में कुछ काला है.संसद के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि संसद न चलने के लिए पीएम मोदी ही जिम्मेदार हैं क्योंकि मोदी नोटबंदी पर बहस के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं.
गौरतलब है कि जबसे शीत सत्र शुरू हुआ है संसद के दोनों सदनों में कामकाज नहीं हो पाया है. नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष लगातार नारेबाजी कर रहा है.
सरकार का कहना है कि यह कदम कालाधन, भ्रष्टाचार और जाली नोट के खिलाफ उठाया गया है और वह नियम 193 के तहत चर्चा कराने को तैयार है हालांकि विपक्षी दल कार्य स्थगित करके चर्चा कराने की मांग पर अड़े हुए हैं.वी एन आई