उलन बातोर, मंगोलिया, 17 मई (अनुपमा जैन, वीएनआई) पीएम मोदी की अपने समकक्ष चिमेद सायखानबिलेग के साथ व्यापक विषयों के साथ विस्तृत चर्चा के बाद उनकी अगुआई में रविवार को हुए समझौतों के तहत भारत ने मंगोलिया को 1 बिलियन डॉलर यानि करीब 6300 करोड़ रुपए की मदद का एलान किया। मंगोलिया में ट्रेन चलाने, साइबर सिक्युरिटी सेंटर बनाने में मदद की भी घोषणा की। इसके अलावा, सीमा और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में मदद देने का भरोसा दिलाया। इसके तहत, दोनों देश संयुक्त युद्धाभ्यास भी करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि इन समझौतों से दोनों देशों के बीच सीमा और साइबर सिक्युरिटी के मामले में सहयोग बढ़ेगा। दोनों देशों के बीच कुल 14 समझौते हुए,
प्रधानमंत्री मोदी ने सायखानबिलेग के साथ राजकीय महल में संयुक्त मीडिया संबोधन में कहा, मुझे इस बात की घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि भारत, मंगोलिया को आर्थिक क्षमता और आधारभूत संरचना के विस्तार के लिए एक अरब डॉलर का ऋण प्रदान करेगा। मंगोलिया को भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का अभिन्न हिस्सा बताते हुए उन्होंने कहा कि दोनों देशों की नियति एशिया प्रशांत के भविष्य के साथ काफी निकटता से जुड़ी हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, हम इस क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा, यह संबंधों को और गहरा बनाने के लिए हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। हमने अपने समग्र गठजोड़ को सामरिक गठजोड़ में तब्दील करने का निर्णय किया है। मोदी मंगोलिया की यात्रा पर जाने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने कहा कि मंगोलिया की यात्रा पर आना उनके लिए सम्मान की बात है।
आज मंगोलिया की संसद को संबोधित करते हुए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बुद्ध की शिक्षा ने मंगोलिया पर गहरा असर डाला, पीएम मोदी ने अर्थव्यवस्था के विषय पर कहा कि भारत सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था बना। उन्होंने मंगोलिया से कहा कि हम साथ में काम करें तो कमाल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का नेतृत्व करने को तैयार है।
पीएम मोदी ने कहा कि मंगोलिया गौतम बुद्ध का देश है, मंगोलिया को देखकर पता चलता है दुनिया कितनी खूबसूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मंगोलिया की संसद को संबोधित करने में गर्व हो रहा है।
उन्होने कहा कि हम इस बात से सचेत है कि हमारे सामने चुनौतियां काफी बड़ी है, लेकिन इसके बावजूद हमें अपनी सरकार की नीतियों और कार्यों पर पूरा भरोसा है, एक साल पहले हुए चुनाव में देश के सवा सौ करोड़ भारतीयों ने देश में बदलाव और विकास के लिए मानव इतिहास के अब तक के सबसे बड़े लोकतांत्रिक चुनाव में हमें वोट दिया।
पीएम ने कहा कि हमें इसमें कोई शक नहीं है कि हमारे संबंध नए युग के हर क्षेत्र में मजबूत होंगे, हमारे मानवीय रिश्ते तो मजबूत हो चुके हैं लेकिन हमारे आर्थिक संबंध अभी बहुत साधारण हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, यह विशेष सौभाग्य की बात है कि वह ऐसे समय पर यहां आए हैं जब दो महत्वपूर्ण मील का पत्थर हमें एक बना रहा है. पहला कि मंगोलिया में लोकतंत्र के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं और दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष हो रहे हैं। मोदी की टिप्पणी पर मंगोलिया के प्रधानमंत्री सायखानबिलेग ने कहा कि भारत आध्यात्मिक पड़ोसी है और मंगोलिया का तीसरा पड़ोसी है। इस पर मोदी ने कहा, हम हमेशा उस जिम्मेदारी को पूरा करेंगे जो इस सम्मान के साथ जुड़ी होगी
गौरतलब है कि मंगोलिया से भारत के रिश्ते तो लगभग ढाई हज़ार साल पुराने हैं, पर भारत ने 1955 में मंगोलिया के साथ राजनयिक संबंध क़ायम किए और वो सोवियत संघ के बाहर ऐसा पहला देश था जिसने मंगोलिया की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया.दोनों देशों के रिश्ते दोस्ताना रहे हैं. मंगोलिया संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के स्थायी सदस्यता के दावे का समर्थन करता है.इससे पहले 1971 में उसने बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के दौरान भारत का समर्थन किया था
उल्लेखनीय है कि मंगोलिया की नींव 13वीं सदी में वहां के शासक चंगेज़ खान ने डाली थी (दुनिया में घोड़े की सबसे बड़ी प्रतिमा मंगोलिआ की राजधानी उलन बातोर में है, जिस पर बैठे हुए चंगेज खान की 131 फुट ऊंची प्रतिमा है) मंगोलिया रूस और चीन के बीच स्थित है क्षेत्रफल में ये भारत का लगभग आधा है पर इसकी आबादी केवल 28 लाख है
यह जानना बेहद भी दिल्चस्प है कि दुनिया भर की तरह मंगोलिया में भी हिंदी फ़िल्मों की लोकप्रियता बढ़ रही है. \'महाभारत\' धारावाहिक को मंगोलियाई भाषा में डब करके वहां टीवी पर भी प्रसारित किया जा चुका है.हालांकि वहां रहने वाले भारतीयों की संख्या बहुत ही कम है. 28 लाख की आबादी में लगभग दो सौ भारतीय हैं. दूसरी तरफ भारत में रहने वाले मंगोलियाई लोगों की संख्या 500 से ज़्यादा है और इनमें से 300 छात्र हैं.
उल्लेखनीय है कि उलनबातोर दुनिया की सबसे ठंडी राजधानी है और सर्दियों में वहां आइसक्रीम कागज के बॉक्स में रखकर बेची जाती है ताकि खाने लायक बनी रहे, जनवरी के महीने में उलनबातोर का तापमान -36 से -40 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है एक और दिलचस्प तथ्य यह है कि दुनिया का सबसे छोटा शेयर बाजार में ही उलन बातोर है.
दोनों देशों के बीच आज हुए समझौतेः
1. इंडिया-मंगोलिया स्ट्रेटिजिक पार्टनरशिप के लिए ज्वाइंट स्टेटमेंट
2. हवाई सेवाओं के क्षेत्र में करार
3. पशु स्वास्थ्य और डेयरी के क्षेत्र में सहयोग
4. सजायाफ्ता लोगों के आपसी ट्रांसफर के लिए संधि
5. मेडिसीन और होम्योपैथी के क्षेत्र में सहयोग
6. सीमा सुरक्षा, पुलिसिंग और सर्विलांस के क्षेत्र में सहयोग
7. 2015 से 2018 के बीच सांस्कृतिक सहयोग बढ़ाने का करार
8. मंगोलिया में साइबर सिक्युरिटी ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना
9. भारतीय फॉरेन सर्विस इंस्टिट्यूट और मंगोलिया के डिप्लोमैटिक अकादमी के बीच करार
10. भारतीय और मंगोलियाई विदेश मंत्रालय के बीच सहयोग बढ़ाने पर करार
11. रिनुअल एनर्जी के क्षेत्र में सहयोग
12. दोनों देशों के नेशनल सिक्युरिटी काउंसिल के बीच सहयोग
13. मंगोलिया में इंडो-मंगोलिया फ्रेंडशिप सेकेंडरी स्कूल की स्थापना
14. भारत के टाटा मेमोरियल सेंटर और मंगोलिया के नेशनल कैंसर सेंटर के बीच करार