नई दिल्ली, 2 अप्रैल(शोभना जैन,वीएनआई) उपद्रवग्रस्त यमन मे फंसे 348 भारतीयो के पहले जत्थे को परसो रात अदन बंदरगाह से सुरक्षित वापस निकालने के बाद \'भरोसेमंद दोस्त\' जंगी जहाज आई एन एस\'सुमित्रा\' एक बार फिर 300 भारतीयो के दूसरे जत्थे को वहा से निकालने के लिये यमन के अल हुदयाह बंदरगाह पर पहुंच कर भारतीयो को वहा से लाने को तैयार है.विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने ट्वीट कर \'सुमित्रा\' के यमन के एक नये शहर से इस \'ऑपरेशन राहत\' की जानकारी देते हुए कहा है, \" एक अलग सा दिन,एक अलग सा शहर लेकिन मंजिल वही एक, आई एन एस सुमित्रा एक भरोसेम्ंद दोस्त साबित हुआ,348 भारतीयो के पहले जत्थे को यमन की अदन बंदरगाह से सकुशल निकालने के बाद अब सुमित्रा यमन की अल हुदयाह बंदरगाह पहुंच, वहा से 300 भारतीयो के दूसरे जत्थे निकालने के लिये तैयार है.\'
गौरतलब है कि यमन मे बढती हिंसा और अराजक स्थति के मददेनजर भारत ने अपने नागरिकों को निकालने के लिए विदेश मंत्रालय , भारतीय वायु सेना, नौ सेना और एयर इंडिया के साथ मिल कर व्यापक समन्वित अभियान शुरू किया है .इसके तहत परसो देर रात यमन के अदन बंदरगाह से वहा फंसे करीब 350 लोगों को भारतीय नौसेना के पोत आईएनएस सुमित्रा के जरिये सुरक्षित निकाल कर जिबूती पहुंचाया गया जहा इन्हे वायु मार्ग से भारत लाया गया.
भारतीय वायुसेना का सी 17 ग्लोबमास्टर विमान इन भारतीय नागरिकों को लेकर तड़के करीब सवा तीन बजे शहर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। बचाव अभियान के तहत यह दूसरी उड़ान थी। इससे पूर्व आधी रात के बाद दो बजे भारतीय वायुसेना का विमान यमन से 168 भारतीय नागरिकों को लेकर कोच्चि में उतरा था।बचाए गए लोगों में नर्सें और अन्य लोग शामिल हैं।
इसी बीच \'ऑपरेशन राहत\' के तहत भारतीयो को यमन से वापस निकालने के अभियान की स्वयं देख रेख कर रहे विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह जो कि यमन के पड़ोसी देश जिबूती पहुंच कर इस अभियान मे राजनयिक सहयोग देने के लिये जिबूती के विदेश मंत्री मोहम्मद अली युसुफ से मुलाकात कर उनका आभार जताया. श्री सिंह यमन मे फंसे लगभग 4000 भारतीयो को वहा से सुरक्षित निकालने के ‘ऑपरेशन राहत’अभियान की देखरेख के लिये कल से जिबूती मे डेरा डाले हुए है.भारत ने उक्त अभियान के तहत अपने कुल पांच जहाजों और चार विमानों को तैनात किया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि कल स्वदेश पहुंचे 350 लोगों में से 206 केरल के, 40 तमिलनाडु के, 31 महाराष्ट्र के, 23 पश्चिम बंगाल से और 22 दिल्ली से हैं। कुछ लोग अन्य राज्यों के हैं। आईएनएस सुमित्रा के अलावा भारतीय नौसेना के दो जंगी जहाज़ आईएनएस \'मुंबई\'और आईएनएस \'तरकश भी यमन पहुंच रहे है। कवारती और कोरल नाम के दो व्यापारी जहाज भी रवाना किए गए हैं. ्गौरतलब है कि यमन के राष्ट्रपति अब्द-रब्बू मंसूर हादी की सरकार को शिया हौती सेनाओं ने अपदस्थ कर दिया और उसके बाद ही 22 जनवरी से यमन में लड़ाई जारी है। सऊदी अरब के नेतृत्व में 10 देशों की गठबंधन सेना द्वारा हाल ही में सैनिक अभियान शुरू होने के बाद घमासान तेज हो गया है। वी एन आई