मेलबर्न 22 फरवरी (वीएनआई) भारत ने आखिरकार इतिहास बदलते हुए विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका से नहीं जीत पाने के अभिशाप को तोड़ा और मेलबर्न में मिले मौके पर चौका लगाया, जैसा कि महेंद्र सिंह धोनी के बार मे कहा जाता है कि वे टीम इंडिया के \'चाणक्य\' है, शायद इसीलिये मैच कप्तानी भारत के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण रही रही. चाहे टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी का फ़ैसला हो, रहाणे को पहले उतारने का फ़ैसला हो, गेंदबाज़ों को सही समय पर गेंद थमाना हो- धोनी की रणनीति का हर तीर इस मैच में निशाने पर लगा, इसके अलावा कुछ और बाते भी रही जो भारत की जीत के लिये बेहद अहम रही.
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया जो कि बिल्कुल सही रहा, दक्षिण अफ़्रीका के कप्तान एबी डी विलियर्स को भी मलाल रहा कि ्वो टॉस नही जीत पाये,उन्होने कहा भी था कि वे अगर टॉस जीतते तो वे भी बल्लेबाज़ी चुनते.
शिखर धवन ने लगातार दूसरे मैच में शानदार प्रदर्शन किया. पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मैच में वे शतक नही लगा पाये परंतु इस मैच में उन्होंने धुंआधार 137 रनों की पारी खेली, उन्होने विराट कोहली और आजिंक्य रहाणे के साथ दो ्महत्वपूर्ण साझेदारियाँ की, जो भारत के लिए ्बेहद अहम साबित हुआ. धवन ने कोहली के साथ 127 और रहाणे के साथ 125 रनों की साझेदारी की.
इस बार पिछली बार की गलती न दोहराते हुए कप्तान धोनी ने को रहाणे को दो विकेट गिरने के बाद ही मैदान में उतारा क्योंकि पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मैच में रहाणे को निचले क्रम में उतारना उन्का फ़ैसला ठीक साबित नहीं हुआ था. रहाणे ने धवन के साथ अच्छी साझेदारी की और तेज़ी से 79 रन भी बनाए.
पहले ओवर मे भारत का खाता भी न खुलने से भारतीय क्रिकेट प्रेमी थोड़ा निराश हो गये थे पर भारत ने 50 ओवरों में सात विकेट पर 307 रन बनाकर दक्षिण अफ़्रीका पर मनोवैज्ञानिक बढ़त बना ली.
गेंदबाज़ी को भी जीत का श्रेय दिया जायेगा क्योंकि भारतीय गेंदबाज़ों ने अच्छी लाइन और लेंग्थ की गेंद डालकर शुरू से ही दक्षिण अफ़्रीका पर दबाव बनाए रखा. कप्तान धोनी ने भी गेंदबाज़ों का बेहतरीन इस्तेमाल किया.
शुरू में ्हालांकि हाशिम अमला को रन आउट करने का एक आसान मौक़ा भारतीय टीम चूक गई, लेकिन बाद में अच्छी फ़ील्डिंग का भारत को लाभ मिला. डी विलियर्स और डेविड मिलर रन आउट हुए, जबकि पाँच खिलाड़ी कैच आउट हुए.
भारतीय स्पिनरों ने इस मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया. शुरू में रवींद्र जडेजा और बाद में आर अश्विन ने दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाज़ों खूब छकाया अश्विन ने दो विकेट लिए और जडेजा ने एक विकेट लिया.
हालाँकि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बल्लेबाज़ी में कुछ ख़ास जौहर नहीं दिखा पाए. लेकिन उन्होंने 11 गेंदों पर 18 तेज़ रन बनाकर स्कोर में अहम भूमिका निभाई.