कोलकाता, 15 नवंबर (वीएनआई)| भारत तकरीबन ढाई महीने के बाद एक बार फिर श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उतर रहा है जहां उसकी कोशिश अपनी पिछली सफलता को दोहराने की होगी। टीमें वही हैं, लेकिन जगह अलग है।
भारत ने जुलाई-अगस्त में श्रीलंका को उसके घर में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 3-0 से मात दी थी। इस बार वह अपने घर में इतने ही टेस्ट मैचों की सीरीज खेल रहा है जिसकी शुरुआत गुरुवार से यहां के ईडन गरडस स्टेडियम में खेले जाने वाले मैच से होगी। भारत ने हालिया दौर में शानदार प्रदर्शन किया है। उसने श्रीलंका को उसके घर में खेल के तीनों प्रारूपों में हराया और इसके बाद वनडे तथा टी-20 में पहले आस्ट्रेलिया और फिर न्यूजीलैंड को मात दी। वहीं श्रीलंका ने भारत से हार के बाद पाकिस्तान को दो टेस्ट मैचों की सीरीज में तो हराया लेकिन पाकिस्तान के हाथों वनडे और टी-20 में उसे हार मिली। उसकी मौजूदा फॉर्म को देखकर भारत का पलड़ा हर मामले में उस पर भारी है।
विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम के लिए यह सीरीज अगले साल दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाने से पहले खेल के लंबे प्रारूप में अपने-आपको परखने और तैयारियों का जायजा लेने के लिए काफी अहम साबित हो सकती है। इस प्रारूप में कोहली के अलावा उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे को बल्ले से कमाल दिखाने की जरूरत है। कोहली ने फरवरी में बांग्लादेश के खिलाफ 204 रन बनाए थे। वहीं रहाणे ने पिछले साल इंदौर में किवी टीम के खिलाफ 188 रनों की पारी खेली थी। कोहली ने टेस्ट की आखिरी पांच पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं बनाया है। वहीं, रहाणे अच्छी शुरुआत को बड़ी पारियों में बदलने में नाकामयाब रहे हैं। इन दोनों बल्लेबाजों ने नेट में रिवर्स स्वीप और पैडल स्वीप का अच्छा अभ्यास किया है। कोहली ने मंगलवार को छोटे हैंडल के बल्ले से ड्राइव का अभ्यास किया। उन्होंने अपने बल्ले का हैंडल कटवाया भी था।
भारत को श्रीलंकाई गेंदबाजी आक्रमण में सबसे अनुभवी गेंदबाज स्पिन रंगना हेराथ से खतरा हो सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए रहाणे ने चाइनामैन कुलदीप यादव पर रिवर्स स्वीप खेलने का प्रयास किया। मेहमान टीम के कप्तान दिनेश चंडीमल गेंदबाजी में काफी हद तक हेराथ पर निर्भर रहेंगे। उनके अलावा चंडीमल के पास एंजेलो मैथ्यूज के रूप में अनुभवी हरफनमौला खिलाड़ी हैं। पाकिस्तान सीरीज में चोटिल होने वाले मैथ्यूज ने बोर्ड अध्यक्ष एकादश के खिलाफ अभ्यास मैच में 54 रनों की पारी खेली थी। श्रीलंका टीम की गेंदबाजी बोर्ड अध्यक्ष एकादश की टीम के सामने भी कमजोर साबित हुई थी। उसके अभ्यास मैच में किए गए प्रदर्शन को देखते हुए भारत के मजबूत बल्लेबाजी आक्रमण का सामाना कर पाना मुश्किल नजर आ रहा है।
भारत के पास कोहली और रहाणे के अलावा चेतेश्वर पुजारा, शिखर धवन, मुरली विजय, रिद्धिमान साहा के रूप में शानदार बल्लेबाज हैं। वहीं निचले क्रम में रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा भी बल्ले से अहम योगदान दे सकते हैं। इतनी गहराई वाले बल्लेबाजी आक्रमण के सामने श्रीलंका के गेंदबाजों को खासी परेशानी आ सकती है। मेहमान टीम के बल्लेबाजों ने अभ्यास मैच में तो अच्छा प्रदर्शन किया था। पाकिस्तान के खिलाफ भी श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने अच्छे रन टांगे थे। दिमुथ करुणारत्ने ने पाकिस्तान के खिलाफ चार पारियों में 306 रन बनाए थे। उनके जोड़ीदार कौशल सिल्वा के स्थान पर सदिरा समराविक्रम मैदान पर उतरेंगे। सिल्वा के अलावा श्रीलंका को कौशल मेंडिस और नुवान प्रदीप के बिना मैदान पर उतरना होगा। मेजबान टीम की गेंदबाजी की बात की जाए तो भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और मोहम्मद शमी के रूप में उसके पास तीन बेहतरीन गेंदबाज हैं। अश्विन और जडेजा के रूप में दो बेहतरीन विश्व स्तरीय स्पिनर हैं। हार्दिक पांड्या को इस सीरीज में आराम दिया गया है, ऐसे में भारत कोलकाता की धीमी पिच के ध्यान में रखते हुए कुलदीप को भी अंतिम एकदाश में उतार सकता है।
दोनों संभावित टीमें :
भारत: विराट कोहली (कप्तान), लोकेश राहुल, मुरली विजय, शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, रिद्धिमान साहा ( विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार और ईशांत शर्मा।
श्रीलंका: दिनेश चंडीमल (कप्तान), दिमुथ करूरत्ने, सदिरा समराविक्रम, लाहिरू थिरिमने, निरोशन डिकवेल (विकेट कीपर), दिलरुवान परेरा, रंगाना हेराथ, सुरंगा लकमल, लाहिरू गमागे, धनंजय डी सिल्वा, एंजेलो मैथ्यूज, लक्ष्मण संदकाना, विश्व फर्नांडो, दसुन शनाका और रोशेन सिल्वा।
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