नई दिल्ली, 5 अक्टुबर (वीएनआई) क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के बाद अब दूसरा सचिन आ गया है. सचिन ने 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ही अपना आखिरी मैच खेला था. ठीक 5 साल बाद पृथ्वी शॉ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ ही डेब्यू किया. वो भी शतक (134 रन) जड़कर उनकी इंटरनेशनल क्रिकेट में एंट्री ने फेन्स को एक नई उम्मीद दी है. अब फैन्स पृथ्वी शॉ की तुलना लोग सचिन तेंदुलकर जैसे महान खिलाड़ी से कर रहे हैं. जिनको 'क्रिकेट का भगवान' कहा जाता है. बचपन में जब पृथ्वी ग्राउंड पर प्रैक्टिस किया करते थे तो सचिन क्रिकेट में रिकॉर्ड बना रहे थे. पृथ्वी पहला मैच खेलने उतरे तो क्रिकेट फैन्स को उनके खेलने का तरीका बिलकुल सचिन तेंदुलकर जैसा लगा. हाइट भी उतनी ही और खेलने का तरीका भी वैसा ही. लोग उनको अब भारतीय क्रिकेट का फ्यूचर स्टार मान रहे हैं.
अठारह साल की उम्र में पृथ्वी शॉ टीम इंडिया के लिए डेब्यू कर रहे हैं. ये उनके लिए सबसे बड़ी उपलब्धी है. घरेलू क्रिकेट में शानदार परफॉर्मेंस को देखते हुए उनको टीम इंडिया में खलेने का मौका मिला. उसको उन्होंने खूब भुनाया. पृथ्वी ने बचपन से देश के लिए क्रिकेट खेलने का सपना देखा था. जो आज पूरा हुआ. लेकिन सचिन तेंदुलकर पृथ्वी शॉ के लिए पहले ही भविष्यवाणी कर चुके थे. सचिन जब पृथ्वी से पहली बार मिले तब ही समझ गए थे कि वो एक दिन जरूर टीम इंडिया के लिए खेलेंगे. 10 साल पहले एक दोस्त ने सचिन को पृथ्वी से मिलवाया था. उनके दोस्त ने कहा कि इस बच्चे का खेल देखो और बताओ क्या हो सकता है. जिसके बाद सचिन ने उसका खेल देखा और कुछ टिप्स दिए. बाद में सचिन ने उनके दोस्त से कहा कि एक दिन ये खिलाड़ी जरूर टीम इंडिया के लिए खेलेगा. जैसे ही पृथ्वी शॉ मैदान में उतरे तो रिकॉर्डों की झड़ी लगा दी. उन्होंने एक नहीं बल्कि लंच से पहले 3 रिकॉर्ड बना डाले.पृथ्वी शॉ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में ऐसा कारनामा कर दिखाया. जिसको देखकर हर भारतीय क्रिकेट फेन के चेहरे पर मुस्कान है. 18 साल की उम्र में पृथ्वी शॉ टीम इंडिया के लिए डेब्यू कर रहे हैं. ये उनके लिए सबसे बड़ी उपलब्धी है. घरेलू क्रिकेट में शानदार परफॉर्मेंस को देखते हुए उनको टीम इंडिया में खलेने का मौका मिला. उसको उन्होंने खूब भुनाया. पृथ्वी ने बचपन से देश के लिए क्रिकेट खेलने का सपना देखा था. जो आज पूरा हुआ.
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