धर्मशाला, 24 मार्च (वीएनआई)| भारत और आस्ट्रेलिया टीमें चार टेस्ट मैचों की सीरीज के अंतिम और निर्णायक टेस्ट के लिए शनिवार को जब हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में मैदान पर उतरेगी तो दोनों को ही टीमें इस टेस्ट को जीतकर सीरीज जीतना चाहेंगी।
आस्ट्रेलिया ने पुणे में जीत दर्ज की तो भारत ने बेंगलुरु में हिसाब बराबर कर लिया। रांची में फैसला नहीं निकला जिसने श्रृंखला में रोमांचक मोड़ पर ला दिया। अब चौथे और निर्णायक टेस्ट मैच दोनों को जीत से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। यहां जीत भारत को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर दोबारा कब्जा दिला सकती है तो मेहमान जीत या ड्रॉ के साथ इस ट्रॉफी को अपने पास बनाए रखेंगे। यह आस्ट्रेलिया के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) रैंकिंग में एक अप्रैल की अंतिम तिथि से पहले अपना दूसरा स्थान सुरक्षित करने का मौका भी है। अगर आस्ट्रेलिया यहां हारता है और दूसरी तरफ न्यूजीलैंड के साथ खेली जा रही श्रृंखला के तीसरे टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका जीत या ड्रॉ हासिल करता है तो वह (दक्षिण अफ्रीका) दूसरे स्थान पर आ जाएगा और आस्ट्रेलिया की टीम तीसरे स्थान पर आ जाएगी। भारत के पहले स्थान को किसी भी तरह से खतरा नहीं है।
भारतीय टीम के लिए अंतिम टेस्ट मैच से पहले सबसे बड़ा सवाल विराट कोहली के कंधे की चोट से जुड़ा हुआ है। उन्होंने आज (शुक्रवार) ही कहा है कि अगर वह सौ फीसदी फिट हुए, तभी मैदान पर उतरेंगे। विराट की फिटनेस पर अंतिम फैसला शुक्रवार रात तक आ पाएगा। तीसरे टेस्ट में फील्डिंग के दौरान उन्हें चोट लग गई थी। अगर कोहली नहीं उतरते हैं, तो अजिंक्य रहाणे टीम की कमान संभाल सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को कोहली के कवर के तौर पर गुरुवार को टीम में बुलाया गया। कोहली शुक्रवार को भी अभ्यास करने नहीं आए थे। कोहली के अलावा टीम प्रबंधन के लिए बल्लेबाजी में चिंता का कोई और कारण नहीं है। कोहली को छोड़कर सभी भारतीय बल्लेबाजों ने पूरी श्रृंखला में रन किए हैं। चेतेश्वर पुजारा ने तीसरे टेस्ट मैच में मैराथन पारी खेली और विकेटकीपर रिद्धिमान साहा तथा लोकेश राहुल ने भी बेहतरीन योगदान दिया है। दूसरे टेस्ट मैच में रहाणे ने भी बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया था। रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन निचले क्रम में अच्छी बल्लेबाजी कर सकते हैं। धर्मशाला की पिच तेज गेंदबाजों की मददगार बताई जा रही हैं। इसे देखते हुए भारत तीन तेज गेंदबाज और दो स्पिनरों के साथ उतर सकता है। ऐसे में करुण नायर को बाहर बैठना पड़ सकता है और भुवनेश्वर कुमार को टीम में जगह मिल सकती है। मोहम्मद शमी कुछ दिन पहले टीम से जुड़े थे लेकिन बताया जा रहा है कि टीम फिजियो की रिपोर्ट में वह पूरी तरह से फिट नहीं पाए गए हैं। अगर टीम चार गेंदबाजों के साथ ही उतरने की रणनीति बनाती है तो भुवनेश्वर को ईशांत शर्मा की जगह टीम में जगह मिल सकती है। ईशांत ने अभी तक श्रृंखला में सिर्फ तीन ही विकेट लिए हैं।
दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलियाई टीम यहां की परिस्थतियां देखकर घर जैसा महसूस कर रहे होंगे और अपने तेज गेंदबाजी आक्रमण पर निर्भर करेंगे। पैट कमिंस की रीढ़ की हड्डी का स्कैन होने के बाद उन्हें खेलने की हरी झंडी मिल गई है। उन्होंने जिस तरह से रांची में गेंदबाजी की थी, उसे देखकर लग रहा है कि वह भारतीय टीम के लिए खतरा साबित हो सकते हैं। हालात को देखकर स्टीव ओकीफ की जगह टीम में एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज को जगह मिल सकती है। ऐसे में जैक्सन बर्ड अंतिम एकादश में शामिल किए जा सकते हैं। बल्लेबाजी में मेहमान टीम अपने उप कप्तान और सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर के बल्ले से रनों की उम्मीद में होगी जो अभी तक इस श्रृंखला में खामोश रहा है। मैट रेनशॉ, कप्तान स्टीवन स्मिथ, पीटर हैंड्सकॉम्ब, शॉन मार्श और ग्लैन मैक्सवेल ने बीते मैचों में बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन मैथ्य वेड कुछ खास नहीं कर पाए हैं।
दोनों संभावित टीमें :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), लोकेश राहुल, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, करुण नायर, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, ईशांत शर्मा, उमेश यादव, कुलदीप यादव, अभिनव मुकुंद, भुवनेश्वर कुमार, जयंत यादव और श्रेयस अय्यर।
आस्ट्रेलिया : स्टीव स्मिथ (कप्तान), डेविड वार्नर, मैट रेनशॉ, शॉन मार्श, पीटर हैंड्सकॉम्ब, उस्मान ख्वाजा, मैथ्यू वेड (विकेटकीपर), एश्टन आगर, जैक्सन बर्ड, पैट कमिंस, जोस हेजलवुड, नाथन लॉयन, स्टीव ओकीफ, ग्लेन मैक्सवेल, मार्कस स्टोइनिस, मिशेल स्वेपसन।