नई दिल्ली 11 जुलाई (सुनील कुमार/वीएनआई) फुटबाल भावनाओं का खेल है, बुद्धिमत्ता का खेल है. ये खिलाड़ियों का माइंडसेट है जो फुटबाल में सबसे महत्वपूर्ण है.
अगर पहले हाफ तक कामयाबी नहीं मिली तो पूरा ध्यान दूसरे हाफ पर लगाएं. अच्छे फुटबॉल खिलाडी के शब्दकोश में "डर " नाम का शब्द नहीं होता. काश फुटबॉल रेफरी को नियमों के अलावा फुटबॉल के खेल की भी जानकारी होती.
फुटबॉल गलतियों का खेल है, जो भी कम गलती करता है, जीतता है.एक फुटबॉल खिलाड़ी जिंदगी के सारे गुर अपने पाँव से लगी फुटबॉल से ही सीखता है.
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