धर्मशाला, 24 मार्च (वीएनआई)| तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से ऑस्ट्रेलियाई टीम ने कप्तान स्टीव स्मिथ के नेतृत्व में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच शनिवार से होने वाले चौथे टेस्ट मैच से पहले आज मुलाकात की।
मैक्लॉडगंज में दलाई लामा से उनके मंदिर में मुलाकात के दौरान स्मिथ ने उनसे पूछा कि कड़े मुकाबलों के बीच वह कैसे अपने मस्तिष्क को आराम दे सकते हैं। स्मिथ ने सोशल नेटवर्किंग साइट इंस्टाग्राम पर लिखा, बेहद सौभाग्यशाली हूं कि धर्मशाला में दलाई लामा से उनके मंदिर में मिला और बात की। स्मिथ भारत के खिलाफ खेली जा रही श्रृंखला में कई बार मैदान के बाहर और भीतर विवादों में रहे हैं। इसके बीच, उन्होंने इस श्रृंखला में अभी तक दो शतक लगाते हुए 74.20 की औसत से 371 रन बनाए हैं। श्रृंखला इस समय 1-1 से बराबरी पर है। मैदान के बाहर स्मिथ कई विवादों में फंसे जिसमें बेंगलुरु में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में पगबाधा के फैसले पर डीआरएस लेने के लिए टीम के ड्रेसिंग रूम की तरफ देखते हुए राय मांगना भी शमिल है। इसके बाद कोहली ने उनकी आलोचना की थी और संकेतों में बेईमान तक कह दिया था। स्मिथ मैदान पर ईशांत शर्मा के साथ भी उलझे। ऐसी भी खबरें आईं की भारत में आने के बाद से स्मिथ को नींद लेने में दिक्कत आ रही है।
आस्ट्रेलिया के अखबार द टेलीग्राफ के मुताबिक स्मिथ ने दलाई लामा से पूछा, आपके पास ऐसी कोई ध्यान की विधि है जिससे नींद आ जाए। दलाई लामा ने जवाब दिया, इस बारे में मैं नहीं जानता। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि अप्रत्यक्ष तरीके से जब आपका दिमाग शांत रहता है तब नींद अपने आप आ जाती है। उन्होंने कहा, अगर आपका दिमाग अशांत है और आप काफी कुछ सोच रहे हैं या आपके ऊपर बहुत ज्यादा दबाव है तो फिर यह सब कुछ सोने के लिए अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा, इसलिए अपने दिमाग को आराम दीजिए। आमतौर पर मैं नौ घंटे की नींद लेता हूं। बिलकुल शांतीपूर्वक। शाम को छह बजे सो जाता हूं और सुबह तीन बजे उठ जाता हूं। उसके बाद चार घंटे ध्यान लगाता हूं।
स्मिथ ने मुलाकात के बाद कहा, उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिया। उम्मीद है कि यह मुझे आने वाले पांच दिनों में सोने में मदद करेगा। उन्होंने कहा, "इससे हमें थोड़ी राहत मिली है। उन्होंने सभी इंसानों को करुणा और एकता से देखने की बात कही। दलाई लामा जैसी शखसियत से इस तरह की बातें सुनना अच्छा अनुभव था। स्मिथ ने कहा, हम सभी के लिए यह शानदार अनुभव था। उन्होंने कहा, जब हम खेलते हैं तो कई बार काफी आक्रामक हो जाते हैं लेकिन अंत में यह सिर्फ एक मैच ही है। आपको यह बात माननी होगी। दलाई लामा से मुलाकात के बाद टीम इस बात को जरूर ध्यान रखेगी।