नई दिल्ली/मुंबई 6 नवंबर (वीएनआई) भारतीय जांच एजेंसियों की टीमें मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को लेकर सुबह करीब साढ़े पांच बजे दिल्ली पहुंच गई हैं। उसे विश्ोष विमान से दिल्ली लाया गया। राजन के विमान को दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर उतारा गया। आज सीबीआई के मुख्यालय में छोटा राजन से पूछताछ की जाएगी।राजन की सुरक्षा में दिल्ली पुलिस के कमांडो को लगाया गया है।
गौरतलब है कि जुर्म की दुनिया के बेताज बादशाह छोटा राजन 20 साल बाद कानून की गिरफ्त में आया है। इस दौरान दिल्ली एयरपोर्ट पर सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है। जेल से बाहर निकलने के बाद जब छोटा राजन से भारत वापसी पर सवाल पूछा गया तो उसने कहा कि भारत वापस ले जाने पर उसे अच्छा लग रहा है। आज उसे सीबीआई मुख्यालय ले जाया जाएगा।
महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य सचिव के.पी.बख्शी के अनुसार छोटा राजन को कड़ी सुरक्षा में बाली हवाईअड्डे पर लाया गया। उन्होंने कहा कि छोटा राजन के खिलाफ सभी मामलों की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) करेगा। छोटा राजन को सीबीआई को सौंप दिया जाएगा।
गौरतलब है कि राजेंद्र सदाशिव निकलजे उर्फ़ छोटा राजन से संबंधित सभी मामले सीबीआई को सौंपे जाने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले से मुंबई पुलिस निराश है|
उल्लेखनीय है कि राजन को गत मंगलवार को भारत लाया जाना था लेकिन बाली में एक ज्वालामुखी फटने के कारण उड़ाने रद्द हो गईं.55 वर्षीय राजन पर मुंबई में क़त्ल के कम से कम 17 मामले दर्ज हैं. उन पर वसूली करने और ड्रग तस्करी के भी आरोप हैं,मुंबई में पैदा हुए राजन ने छोटे-मोटे अपराध कर जुर्म की दुनिया में क़दम रखा और बाद में अंडरवर्ल्ड डॉन बन गए.राजन के पिता सदाशिव निखालजे एक मिल में काम करते थे। 70 के दशक में उनकीे नौकरी छूट गई। पिता की नौकरी छूटने के बाद राजेंद्र सिनेमा हॉल में टिकटों की कालाबाजारी करने लगा था। इसी दौरान वह राजन नायर के संपर्क में आया। नायर चेम्बूर इलाके का गैंगस्टर था। वह बड़ा राजन के नाम से कुख्यात था। पूरे इलाके में सिनेमा टिकटों की कालाबाजारी करने वालों का सरगना था। बाकी कालाबाजारियों से वह हफ्ता वसूलता था। 1970 के दशक के अंतिम वर्षों की बात है। एक वाकया हुआ। इस वाकये के चलते ही राजेंद्र बड़ा राजन यानी राजन नायर की नजर में आया। मिथुन चक्रवर्ती की एक फिल्म आने वाली थी। सिनेमाहॉल के बाहर कालाबाजारियों के बीच झगड़ा हो गया।राजेंद्र खुद मिथुन का बहुत बड़ा फैन था। झगड़े के बाद आई पुलिस सबसे पहले उसी को पकड़ कर ले गई। वह पुलिसवालों से ही भिड़ गया। उसे रात भर लॉक अप में रखा गया। फिर चार्जशीट भी बना। बड़ा राजन को यह खबर लगी। उसने राजेंद्र को अपना साथी बना लिया। राजेंद्र के छोटा राजन बनने की कहानी यहीं से शुरू हुई।
कभी दाऊद इब्राहिम की पनाहों में रहने वाला छोटा राजन मुंबई हमलों के बाद उससे अलग हो गया था. अंडरवर्ल्ड में दाऊद और छोटा राजन गैंग के बीच कई बार टकराव भी हुए. जानलेवा हमलों की खबरें भी आईं. लेकिन वह पुलिस और दाऊद की नजरों से बचता रहा.
आपको बता दें कि 25 अक्टूबर को इंडोनेशिया के बाली में उसको इंडोनेशिया की पुलिस ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया पुलिस से जानकारी मिलने के बाद गिरफ़्तार किया था.ऑस्ट्रेलियाई पुलिस का कहना है कि राजन फ़र्ज़ी पहचान से ऑस्ट्रेलिया में रह रहे थे.