सुनील कुमार ,वी एन आई ,नयी दिल्ली 03 -01-2017
पेशेवर लेखक, वो शौकिया लेखक होता है जिसने कभी लिखना नहीं छोड़ा
जो कहानी आपके दिमाग की उपज है ,वो किसी और के दिमाग में नहीं उपज सकती , जो आप लिख सकते हैं वो कोई और नहीं लिख सकता, अंतः शीघ्र लिखें
अगर आप लिखने के लिए उचित समय का इन्तजार करेंगे तो ,आप कभी नहीं लिख पाएंगे
शौकिया लेखक प्रेरणा के इन्तजार में बैठे रहते हैं बाकी लोग सीधे काम पर लग जाते हैं
लेखक हर चीज़ को अलग निग़ाह से देखते हैं ,वो जो देखते हैं ,सुनते हैं ,महसूस करते हैं उनकी कहानी का विषय बन सकता है