नई दिल्ली, 01 अगस्त, (वीएनआई) सुप्रीम कोर्ट में आज उन्नाव रेप और पीड़िता के साथ एक्सीडेंट के मामले में दो बार सुनवाई होने के बाद मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई ने सख्त रुख अपनाते हुए सभी केस को लखनऊ से दिल्ली ट्रांसफर कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने मामले की रोजाना सुनवाई करते हुए 45 दिन की डेडलाइन भी तय कर दी है। रंजन गोगोई ने अपने आदेश आगे कहा है कि पीड़िता के एक्सीडेंट की जांच सीबीआई एक हफ्ते में पूरी करे। साथ ही मुख्य न्यायधीश ने पीड़िता का मेडिकल रिपोर्ट देखने के बाद वकीलों से कहा है कि अगर परिवार चाहता है कि पीड़िता को दिल्ली शिफ्ट किया जाए, तो उन्हें शिफ्ट किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर पीड़िता एयरलिफ्ट करने की हालत में है, तो उसे दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया जाए। पीड़िता के साथ-साथ घायल वकीलों के बारे में भी ऐसा ही करने को कहा गया है। वहीं कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि वह पीड़िता के परिजनों को 25 लाख रुपये का मुआवजा भी दे।
मुख्य न्यायधीश ने इसके अलावा पूछा है कि क्या पीड़िता के परिवार को सुरक्षा चाहिए। जिसपर वकील ने अदालत को बताया कि पीड़िता की चार बहनें हैं, माता हैं और एक चाचा हैं जिनकी पत्नी की एक्सीडेंट में मौत हो गई है। इन सभी को सुरक्षा चाहिए। वहीं पीड़िता के रोड एक्सीडेंट मामले में यूपी पुलिस ने 3 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।
No comments found. Be a first comment here!