नई दिल्ली, 25 अप्रैल (वीएनआई) दिल्ली विश्वविद्यालय के शोध छात्रों को अभी तक नॉन-नेट फेलोशिप न मिलने से उन्हें कई तरह से उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है| वहीं इस संबंध में दिल्ली में विश्वविधालय में छात्रों के आवाज़ बने क्रांतिकारी युवा संगठन ने आज डीयू कुलपति को एक ज्ञापन सौंपा
केवाईएस ने इस ज्ञापन के माध्यम से विश्वविद्यालय से मांग की है कि इस मुद्दे को तुरंत संज्ञान में लेकर कार्रवाई सुनिश्चित की जाये, ताकि सभी शोध छात्रों को उनके फेलोशिप की लंबित राशि उन्हें जल्द-से-जल्द मिल सके। गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर और नवंबर में विभिन्न विभागों के शोध कोर्सों में चुने गए छात्रों की सूचियाँ निकाली गयी थीं| दिसंबर तक सभी विभागों में छात्रों को एड्मिशन भी मिल गया था| इस प्रक्रिया के चार से ज्यादा महीने बीतने के बावजूद अभी तक शोध छात्रों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा मिलने वाली नॉन-नेट फेलोशिप नहीं दी जा रही है|
एक जानकारी के अनुसार यह समस्या उन शोध छात्रों को सबसे ज्यादा परेशान कर रही है, जिनको अन्य किसी स्रोत से फेलोशिप नहीं मिलती है, और जो पूरी तरह से नॉन-नेट फेलोशिप पर ही अपने शोधकार्य के लिए निर्भर हैं| फेलोशिप न मिलने और विश्वविद्यालय प्रशासन के उदासीन रवैये के कारण बहुत से छात्रों को कोर्स ही छोड़ देने को मजबूर होना भी पड़ रहा है| इसके अतिरिक्त, जो छात्र इस विषय में विश्वविद्यालय प्रशासन से पूछताछ के लिए जाते हैं, उन्हें इधर-उधर घूमते रहने को मजबूर रहना पड़ता है और उनकी समस्या का कोई भी समाधान नहीं होता है|
No comments found. Be a first comment here!