नई दिल्ली, 29 जनवरी (वीएनआई)| राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने पर जोर देते हुए कहा कि बार-बार चुनाव होने से विकास की रफ्तार में बाधा आती है क्योंकि अधिकारियों को चुनावों में हाथ बटांना पड़ता है।
राष्ट्रपति कोविंद ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि एक-साथ चुनाव कराने को लेकर राजनीतिक दलों के बीच ज्यादा संवाद होना चाहिए और इस बाबत एक समझौते के प्रयास किए जाने चाहिए। कोविंद ने कहा, देश में बार-बार होने वाले चुनावों के प्रतिकूल प्रभावों को देखते हुए सरकार के प्रति संवेदनशील लोग चिंताग्रस्त हैं। देश में बार बार चुनाव होने से न केवल मानव संसाधनों पर अतिरिक्त भार पड़ता है बल्कि आचार सहिता लागू होने के कारण देश की विकास प्रक्रिया में बाधा आती है। उन्होंने कहा, "इसलिए एक साथ चुनाव को लेकर ज्यादा से ज्यादा बातचीत होनी चाहिए और राजनीतिक दलों के बीच एक समझौते के प्रयास किए जाने चाहिए। राष्ट्रपति का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक साक्षात्कार के संदर्भ में है, जिसमें मोदी ने देश में एक साथ चुनाव कराए जाने की बात कही थी। मोदी ने कहा था कि इससे देश के संसाधनों को बचाया जा सकता है।
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