नई दिल्ली, 26 नवंबर, (वीएनआई) प्रधानमंत्री मोदी ने आज संविधान दिवस के मौक पर विशेष कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा संविधान के प्रति समर्पित सरकार विकास में भेद नहीं करती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास ही संविधान की भावना को प्रकट करता है। उन्होंने कहा कि संविधान के पर्ति समर्पित सरकार विकास में किसी तरह का भेदभाव नहीं करती है। उन्होंने कहा कि जिस तरह की आधारभूत सुविधा एक गरीब को मिल रही है, जिस तरह की पहुंच उन्हें मिल रही है. उसी तरह की पहुंच संपन्न लोगों को भी मिल रही है। जिस तरह से सरकार दिल्ली-मुंबई पर फोकस कर रही है उतना ही फोकस लेद-लद्दाख और नार्थ ईस्ट पर भी है। विकास में किसी तरह का भेदभाव नहीं है, लेकिन ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के विकास के मार्ग में बाधा पहुंचाई जा रही है। कभी अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर तो कभी किसी जरिए से। उन्होंने कहा कि जब देश का गरीब विकास की मुख्य धारा से जुड़ता है तो उसकी पूरी दुनिया बदल जाती है। जब उसे सामान मौका मिलता है तो वो खुद को साबित कर पाता है। जब देश के गरीबी, रेहड़ी पटरी वाले लोगों का बैंक खाता खुला तो उन्हें राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी का अहसास हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के उन लोगों के दुख को समझना, जिनके घर में शौचालय नहीं था, बिजली नहीं थी, गैस चूल्हा नहीं था, उनके दुख को अपना समझकर इसे पूरा करने में अपना जीवन खपा देना ही संविधान का असली सम्मान है।