नई दिल्ली, 10 दिसंबर, (वीएनआई) सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बनने वाली संसद भवन की नई बिल्डिंग के शिलान्यास के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब देश आजादी के 75 साल का जश्न मनाएगा तब संसद की यह बिल्डिंग उसकी प्रेरणा बनेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा सांसदों का आचार-विचार, व्यवहार इस लोकतंत्र के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा करेगा। भारत की एकता के लिए किए गए उनके प्रयास इस भवन की प्राण प्रतिष्ठा करेगी। राष्ट्र हित में जब सांसद अपना सबकुछ निचोड़ देगा तो नए संसद भवन की प्राण प्रतिष्ठा होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि लोकतंत्र हमारी संस्कृति है, यह भारत की आत्मा है। लोकतंत्र की व्यवस्था शताब्दियों से भारत में विकसित हुई है। राष्ट्र के विकास के लिए राज्य का विकास, राष्ट्र की मजबूती के लिए राज्य की मजबूती, इस सिद्धांत का हमे प्रण लेना है। पीढ़ी दर पीढ़ी जो जनप्रतिनिधि यहां आएंगे, उनके शपथ लेने के साथ ही प्राण प्रतिष्ठा के लिए उनका योगदान शुरू हो जाएगा। संसद की नई इमारत ऐसी तपोस्थली बनेगी जो देशवासियों के जीवन में खुशहाली लाने का काम करेगी। 21वीं सदी भारत की सदी हो, यह हमारे देश के महापुरुषों नारियों का सपना रही है। 21वीं सदी भारत की सदी तब बनेगी जब भारत का एक-एक नागरिक अपने भारत को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए अपना योगदान देगा।