नई दिल्ली,30 जुलाई(अनुपमाजैन/वीएनआई)समाज के हर आम और खास तबके खास तौर पर कमजोर वर्ग का मनपसंद और सस्ता बिस्कुट अब नही मिल पायेगा.भारत की जानी-मानी बिस्कुट निर्माता कंपनी पार्ले-जी ने अपने 87 साल पुराने मुंबई स्थित विलेपार्ले बिस्किट कारखाने को बंद करने का फैसला किया है। यह कारखाना विले पार्ले की सबसे पुरानी पहचान थी। 1939 से इस ब्रांड के बिस्कुट का उत्पादन यहीं से शुरू हुआ था। कंपनी इस पुराने कारखाने को ही बंद कर रही है। बाकी कारखाने पहले की तरह चलते रहेंगे। आज के दौर मे भी पार्लेजी छोटे पेकेट की कीमत 5 रूपये ही है
ऐसा बताया जा रहा कि उत्पादन कम होने की वजह से ऐसा फैसला लिया है। विलेपार्ले में कारखाने का कारोबार 10,000 करोड़ रुपए का बताया जाता है। विलेपार्ले में वाले कारखाने में 300 कर्मचारी काम करते हैं। कंपनी के कर्मचारियों ने वीआरएस ले लिया है।हालांकि 87 साल से चला आ रहा यह सफर अब खत्म होने जा रहा है। कंपनी के मालिक चौहान परिवार ने अब इस फैक्ट्री को बंद करने का फैसला कर लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां पिछले कुछ सालों से उत्पादन में गिरावट हुई है। स्थानीय लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुकी इस फैक्ट्री की कमी लोग अभी से महसूस करने लगे हैं। हालांकि इस फैक्ट्री का इस्तेमाल अब किस रूप में किया जाएगा यह अभी तक साफ नहीं हो पाया।
1929 में भारत जब ब्रिटिश शासन के अधीन था। तब पारले जी पार्ले प्रोडक्ट्स नामक एक छोटी कंपनी की स्थापना की गई। मुंबई के उपनगर विले पारले जी (पूर्व) में मिठाइयों तथा टॉफियों (जैसे कि मेलोडी, कच्चा मैंगो बाईट आदि) के उत्पादन के लिए एक छोटे कारखाने को स्थापित किया गया। एक दशक बाद 1939 से यहाँ बिस्किट का उत्पादन भी शुरू कर दिया गया। कुछ ही सालों यह भारत की सबसे बड़ी खाद्य उत्पाद कंपनियों से एक हो गयी है। यह बिस्कुट सभी आम और खास की पसंद रहा है.
वीकिपीडिया के मुताबिक नीलसन सर्वे की मानें तो पारले जी विश्व में सर्वाधिक बिक्री वाला बिस्कुट है। देश के ग्लूकोज बिस्कुट श्रेणी के 70% बाजार पर इसका कब्जा है, इसके बाद नंबर आता है ब्रिटानिया के टाइगर (17-18%) और आईटीसी के सनफीस्ट (8-9%) का। 2009-10 के आंकड़ों पर गौर करें तो पारले-जी की बिक्री दुनिया के चौथे सबसे बड़े बिस्कुट उपभोक्ता मुल्क चीन से भी ज्यादा है। भारत से बाहर पारले-जी यूरोप, ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, आदि में भी उपलब्ध है। पारलेजी अकेला ऐसा बिस्कुट होता है। जो कि गांवों से लेकर शहरों तक में एक ही रेट से बिकता है और दोनों जगह ही इसकी लोकप्रियता एक समान है।वी एन आई