नई दिल्ली,२५ मई (वी एन आई)पाकिस्तान में जबरन शादी का शिकार हुईं भारतीय नागरिक उज्मा आज अपने वापस वतन लौट आई हैं. भारत आकर वे विदेशमंत्री सुषमा स्वराज के साथ मीडिया के सामने आईं और डबडबाई ऑखो से वहा बंदूक की नोक पर हुए निकाह और पति द्वारा ढाये गये जुल्मो की दस्तान सुनाई . उज्मा ने कहा कि पाक मौत का कुआं है, वहा जाना तो आसान है लेकिन वापस आना बहुतथी मुश्किल, वह मौत का कुऑ है.
उज्मा ने कहा कि पाकिस्तान के शख्स ने धोखे से मुझसे शादी की. वहां मुझे धमकियां दी गईं. टॉर्चर किया गया.
उज्मा ने विदेशमंत्री सुषमा स्वराज की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि सुषमा मैम को जितना थैंक्स बोलूं उतना ही कम है. उनका मुझे फोन आता था कि तुम भारत की बेटी हो. तुम्हें कुछ नहीं होगा. वो हमेशा तसल्ली देती रहती थीं जिससे मुझे बड़ा हौसला मिला.
उज्मा ने कहा कि जो मुस्लिम लड़कियां सोचती हैं कि पाकिस्तान अच्छा है, पर जो अरेंज मैरेज कर वहां जाती हैं वो भी रो रही हैं. वो भी चाहती हैं कि किसी तरह से इंडिया आ जाएं. वहां एक-एक घर में दो-तीन-चार पत्नियां हैं. यहां जो भी है, फ्रीडम है. मुझे गर्व है इस देश पर. पाकिस्तान में महिलाएं छोड़िए वहां तो आदमी भी सेफ नहीं है.
सुषमा स्वराज ने कहा कि उजमा ने वाघा सीमा पर पहुंचते ही जैसे ही अपने वतन की सर जमीं को चूमा, उस पर उसके देश के हर आदमी का दिल उसने जीत लिया.
उन्होंने कहा, 'तुमने संकट में इंडियन हाईकमिशन पर भरोसा किया. ये बड़ी बात है.विदेश मे अगर किसी भारतीय को कहीं एक रोशनी की किरण दिखे, वो भारतीय दूतावास दिखता है. पाकिस्तान स्थिर उप उच्चायुक्त जेपी सिंह जैसे अफसरों पर गर्व है, जिन्होने उज्मा की बात सुनी और उसे वहा से सुरक्षित वापस निकालनेमे मदद की.'
उज्मा ने बताया कि वह पाकिस्तान एक मई को घुमने के इरादे से गई थे लेकिन वहापहुंचते ही उसके पति ने उसे नशे की गोली देकर बंदूक की नौक पर निकाह कर लिया और उसे बुरी तरह से मारा पीटा.उसके बाद वह बहाना बना कर भारतीय दूतावास आई और यहा अते ही उसने भारतीय दूतावास को पूरी आप बीती बताते हुए उनसे शरण मॉगी