तिरुवनंतपुरम, 4 दिसम्बर (वीएनआई)| रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने तूफान ओखी से प्रभावित तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों और केरल का दो दिवसीय दौरा समाप्त करने के बाद आज कहा कि बचाव कार्य तब तक जारी रहेगा जब तक कि गहरे समुद्र में फंसे आखिरी मछुआरे को नहीं बचा लिया जाता।
दिल्ली के लिए उड़ान में रवाना होने से पहले हवाईअड्डे पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा कि उन्होंने केरल के मछुआरों के दो गांवों विझिंजम और पून्थुरा का दौरा किया और पाया कि लोग 'अत्यधिक तनाव और गंभीर संकट' में हैं। उन्होंने कहा, मैंने उनसे कहा है कि खोज अभियान चल रहा है जिसमें युद्धपोत भी शामिल हैं और यह अभियान आखिरी लापता मछुआरे को वापस लाने तक जारी रहेगा। उन्होंने आगे कहा, मैं उम्मीद नहीं खोऊंगी क्योंकि संयुक्त खोज अभियान के तहत उन मछुआरों को भी बचा लिया गया है जो समुद्र में 15 दिन पहले उतरे थे। हमें खबर मिली है कि कई नावें महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक तट पर पहुंची हैं।
सीतारमन ने कहा, मैंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री (देवेंद्र फडणवीस) से बात की है कि सुरक्षित घर वापस लौटने की स्थिति तक इन मछुआरों को वहीं आश्रय दिया जाए उन्होंने हालांकि खोज अभियानों को लेकर हो रही आलोचनाओं के सवालों पर जवाब देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि बचाव और खोजबीन अभियानों पर उनका ध्यान बना रहेगा। मंत्री ने कहा कि वह कृषि और घरेलू मामलों को संभालने वाले अपने सहयोगियों से मिलेंगी और यहां की स्थिति के बारे में बात करेंगी। सीतारमण ने कहा, मैंने केरल के मुख्यमंत्री (पिनाराई विजयन) को इस मामले पर अपनी सलाह भेजने के लिए कहा है।"
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