नई दिल्ली 4 अप्रैल (सुनील कुमार/ वीएनआई) इस साल ऑनलाइन कारोबार यानि ई-कॉमर्स से करीब ढाई लाख नौकरियॉ मिल सकेगी। साथ ही इस क्षेत्र में नियुक्तियों में 60 से 65 प्रतिशत बढ़ोतरी की संभावना भी जताई गई है। उद्योग मंडल एसोचैम की रिपोर्ट के अनुसार ज्यादातर ई-कॉमर्स विभागों और कंपनियों का कारोबार पिछले साल से बढ़ा है और यह उद्योग को और विकास का अवसर प्रदान करता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि देश का ई-कॉमर्स बाजार वर्ष 2009 में 3.8 अरब डॉलर था, जो वर्ष 2014 में बढ़कर 17 अरब डॉलर पर पहुंच गया। वर्ष 2015 में यह 23 अरब डॉलर रहा और वर्ष 2016 अंत तक इसके 38 अरब डॉलर पर पहुंच जाने की उम्मीद है। इसमें कहा गया है कि ई-कामर्स उद्योग के वर्ष 2016 में ऑनलाइन खुदरा क्षेत्र में जो रोजगार मिलेंगे उसमें अस्थाई कर्मचारी, आपूर्ति श्रृंखला, लॉजिस्टिक्स और सहायक इकाइयां शामिल हैं।
एसोचैम ने कहा कि ई-कॉमर्स बाजार में मोबाइल कॉमर्स की हिस्सेदारी 20 से 25 प्रतिशत है। यह हिस्सेदारी और बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि मौजूदा समय में टैक्सी और रेस्त्रं सहित अन्य क्षेत्र ऑनलाइन के जरिये अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। भारत में ई-कॉमर्स के बढ़ते बाजार को देखते हुए चीन की अलीबाबा और जापान की सॉफ्ट बैंक जैसी नामी कंपनियां खूब निवेश कर रही हैं।
श्रम मंत्रलय ने राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस) परियोजना की संभावनाओं के दोहन के लिए उबर, मॉन्स्टर, क्विकर व टेक महिंद्रा, बाबाजॉब्स, आईएसएफ, बजमेटिक वेंचर्स तथा गोल्डफिश के साथ करार किया है। वी एन आई