न्यूयॉर्क 12 मार्च (वीएनआई) रक्तचाप बढने से तेज सिर दर्द,थकावट,टांगों में दर्द ,उल्टी होने की शिकायत और चिडचिडापन होने के लक्षण मालूम पडते हैं। यह रोग जीवन शैली और खान-पान की आदतों से जुडा होने के कारण केवल दवाओं से इस रोग को समूल नष्ट करना संभव नहीं है। जीवन चर्या एवं खान-पान में अपेक्षित बदलाव कर इस रोग को पूरी तरह नियंत्रित किया सकता है। गर्मियां शुरू होते ही विशेष तौर घरों में दही का सेवन होने लगता है। लोग कम से कम दो समय तो खाने के साथ इसे शामिल करना चाहते हैं। गौरतलब है कि दें कि दही में प्रोटीन होता है, जो शरीर को ताकत देने में मदद करता है।
सप्ताह में पांच या इससे ज़्यादा बार दही का सेवन, महिलाओं को उच्च रक्तचाप की समस्या से उबार सकता है। अमेरिका की बोस्टन यूनिवर्सिटी द्वारा की गयी रिसर्च से पता चला है कि “जो महिलाएं पूरे महीने में पांच बार दही का सेवन करती हैं, उनकी तुलना में हफ्ते में पांच या इससे अधिक बार दही का सेवन करने वाली महिलाओं में उच्च रक्तचाप का खतरा 20 फीसदी तक कम हो जाता है”।
खाने के साथ दही को शामिल करना, महिलाओं में उच्च रक्तचाप के जोखिम को कम करना है। इस शोध को साबित करने के लिए वैज्ञानिकों ने 25 से 55 साल की उम्र वाली महिलाओं के आकड़ों का अध्ययन किया। साथ ही हेल्थ प्रोफेशनल ने 40-75 साल की उम्र वाले पुरुषों का भी अध्ययन किया।
इस शोध की मुख्य लेखक जस्टिन ब्यूएनडिया का कहना है कि “डेयरी उत्पादों, विशेष रूप से दही का सेवन उच्च रक्तचाप के खतरे को कम करता है। ये दिल की बीमारियों और स्ट्रोक को होने से भी बचाता है”।
जस्टिन ब्यूएनडियाने बताया कि “दूध और पनीर का सेवन भी रक्तचाप पर लाभकारी प्रभाव दे सकता है। हालांकि दही का प्रभाव डेयरी के अन्य रूपों की तुलना में मज़बूत लगता है”। यह शोध ‘अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन एपिडेमियोलॉजी/लाइफस्टाइल 2016 साइंटिफिक सेशन्स’ में पेश किया गया है। आईएएनएस के इनपुट के साथ